मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं...देश की इकोनॉमी संभालने वाली वित्त मंत्री ने क्यों कही ये बात?
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मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं...देश की इकोनॉमी संभालने वाली वित्त मंत्री ने क्यों कही ये बात?

Nirmala sitharaman: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा का चुनाव नहीं लडेंगी. वित्त मंत्री ने लोकसभा 2024 का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी उन्हें आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु से चुनाव लड़वाना चाहती थी, लेकिन निर्मला सीतारमण ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया.

Nirmala Sitharaman

Nirmala sitharaman on Lok sabha Elections 2024: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा का चुनाव नहीं लडेंगी. वित्त मंत्री ने लोकसभा 2024 का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी उन्हें आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु से चुनाव लड़वाना चाहती थी. पार्टी ने उन्होंने दो सीटों का ऑप्शन दिया था, लेकिन निर्मला सीतारमण ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.उन्‍होंने इसे यह कहते हुए ठुकराया कि उनके पास उस तरह का पैसा नहीं है कि वो लोकसभा चुनाव लड़ सकें. वित्त मंत्री ने पैसों की कमी का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. निर्मला सीतारमण कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं. इस बार पार्टी ने कई राज्यसभा सांसदों को भी चुनावी मैदान में उतारा है. निर्मला सीतारमण के सामने भी दो सीटों का विकल्प दिया गया.  

 चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा कि वह 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने कहा कि उनके पास पैसे नहीं है कि वो लोकसभा चुनाव लड़े. वित्त मंत्री ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु से चुनाव लड़ने की पेशकश की, लेकिन 10 दिन सोचने के बाद मैंने मना कर दिया.  उन्होंने कहा कि मेरे पास उस तरह का पैसा नहीं, जो चुनाव लड़ने के लिए चाहिए.  हालांकि उन्होंने पैसे के साथ सीट को लेकर भी इशारा किया. 

पार्टी ने फैसले को स्वीकार किया

वित्त मंत्री ने कहा कि पार्टी ने उन्हें ऑप्शन दिया. उन्हें तमिलनाडु या आंध्र प्रदेश सीट से चुनाव लड़ने का विकल्प दिया, लेकिन मैंने मना कर दिया. जीतने के लिए कई क्राइटेरिया होते हैं. जाति, समुदाय, धर्म जैसे कई फैक्टर होते हैं, जो चुनाव में काफी मायने रखते हैं. मैंने इन सबके लिए तैयार नहीं थी, मेरे पास इतना फंड भी नहीं था कि इसलिए मैंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया. उन्होंने पार्टी का धन्यवाद करते हुए कहा कि मैं आभारी हूं कि मेरी बातों और मेरे तर्क को स्वीकार किया. उन्होने कहा कि मैं प्रचार करूंगी, चुनावी सभाएं करुंगी. 

वित्त मंत्री के पास पैसे नहीं
देश की वित्त मंत्री के पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं है? जब यह सवाल उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरी सैलरी, मेरी कमाई, मेरी बचत मेरी है...भारत की संचित निधि मेरी नहीं. मेरे पास बस मेरी सैलरी और मेरी सेविंग है, देश का पैसा मेरा नहीं भारत का है.  

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