देश भर में सस्ता हुआ प्याज, 1 जनवरी से सरकार ने दी एक्सपोर्ट करने की मंजूरी
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देश भर में सस्ता हुआ प्याज, 1 जनवरी से सरकार ने दी एक्सपोर्ट करने की मंजूरी

सितंबर में जिस तरह से प्याज की कीमतों में आग लगी हुई थी, वो अब धरातल पर आ गई है. सरकार ने अब कीमतों के कम होने के बाद प्याज निर्यातकों को भी 1 जनवरी से मंजूरी दे दी है. 

फाइल फोटो

नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने प्याज निर्यातकों को एक बड़ी राहत सोमवार को दे दी है. नए साल के पहले दिन से प्याज निर्यातक एक बार फिर से प्याज की सभी वैरायटी को निर्यात कर सकेंगे. डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने एक नोटिफिकेशन में कहा कि प्याज की सभी वैरायटी के निर्यात पर से प्रतिबंध को हटा लिया गया है और यह 1 जनवरी 2021 से प्रभावी होगा. DGFT, वाणिज्य मंत्रालय की शाखा है. यह ​आयात व निर्यात संबंधित मसलों को देखता है.

31 जनवरी तक मिली इंपोर्ट में ढील

इसके साथ ही सरकार ने प्याज के इंपोर्ट में मिली छूट को 31 जनवरी 2021 तक बढ़ा दिया है. सरकार ने 31 अक्टूबर को आयात करने में ढील दी थी, जो 15 दिसंबर तक लागू थी. अब ये छूट डेढ़ महीने के लिए बढ़ा दी गई है. 

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कीमतों में कमी से नहीं निकल रही है लागत
मध्यप्रदेश के नीमच में किसान प्याज की मार झेल रहे है. मंडी में आने वाले किसानों को उनके प्याज का सही मूल्य किसानों को नहीं मिल पा रहा है. किसानों को 5 रुपये प्रति किलो से लगाकर ज्यादा से ज्यादा 20 रुपये प्रति किलो तक ही उन्हें भाव मिल पा रहा है. लिहाजा किसान परेशान और निराश ही दिखाई दे रहे है. यह ही नीमच कृषि उपज मंडी में एक किसान का प्याज का ढेर महज एक रुपये प्रति किलो से बिका.

नहीं होगी प्याज की कमी, सरकार का ये है प्लान

न्यूज एजेंसी cogencis में छपी खबर के मुताबिक एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि सरकार प्याज का बफर स्टॉक 1 लाख टन से बढ़ाकर 1.5 लाख टन करेगी, इससे आने वाले सालों में प्याज की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी नहीं होगी. प्याज का बफर स्टॉक बढ़ाए जाने से जब भी मार्केट में प्याज की कमी महसूस होगी तुरंत बफर स्टॉक का प्याज बाजार में उतार दिया जाएगा. 

सरकार चाहती है कि घरेलू स्तर पर ही प्याज का इतना स्टॉक हो कि उसे बाहरी देशों से प्याज इंपोर्ट न करना पड़े. इस साल प्याज की भारी किल्लत के चलते सरकार को अफगानिस्तान से प्याज मंगवाना पड़ा था. लेकिन देश में ही बफर स्टॉक रहने से प्याज को इंपोर्ट नहीं करना पड़ेगा. 

इस योजना के तहत सरकार आने वाले रबी सीजन में पैदा हुए प्याज की खरीद किसानों से करेगी. इसकी वजह है कि इस सीजन में पैदा हुआ प्याज जल्दी खराब नहीं होता. हर साल नमी की वजह से 40,000 टन प्याज खराब हो जाता है. National Agricultural Cooperative Marketing Federation (NACMF) अगले साल अप्रैल से रबी फसल के प्याज की खरीद शुरू कर देगा 

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