इनकम टैक्स विभाग ने नोटिस जारी कर सचिन, बिन्नी बंसल से पूछा, 'एडवांस टैक्स कब भरेंगे'
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इनकम टैक्स विभाग ने नोटिस जारी कर सचिन, बिन्नी बंसल से पूछा, 'एडवांस टैक्स कब भरेंगे'

डिपॉर्टमेंट ने फ्लिपकार्ट के संस्थापकों सचिन और बिन्नी बंसल से वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट डील से हुई आय के बारे में ब्योरा मांगा है.

पिछले साल अगस्त में वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीदी थी.

नई दिल्ली: इनकम टैक्स डिपॉर्टमेंट ने फ्लिपकार्ट के संस्थापकों सचिन और बिन्नी बंसल को पत्र लिखकर वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट डील से हुई आय के बारे में ब्योरा मांगा है. साथ ही उनसे पूछा है कि वे कब एडवांस टैक्स का भुगतान करेंगे. आयकर कानून के तहत भारतीय नागरिक सचिन और बिन्नी बंसल दोनों को अगस्त में फ्लिपकार्ट में हिस्सेदारी खुदरा क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट को बेचने से होने वाले पूंजीगत लाभ पर 20 प्रतिशत इनकम टैक्स देना होगा. 

कर कानून के तहत फ्लिपकार्ट के दोनों संस्थापकों को सौदे से हुई आय पर एडवांस टैक्स का भुगतान करना है. कुल टैक्स में से करीब 75 प्रतिशत 15 दिसंबर, 2018 तक तथा शेष 15 मार्च, 2019 तक जमा करने हैं. 

अधिकारी ने कहा, "वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे के अध्ययन के तहत अंतरराष्ट्रीय कराधान विभाग ने सचिन और बिन्नी बंसल को पत्र लिखकर पूछा है कि क्या उनका आकलन किया गया है और क्या वे अपने कर का भुगतान कर रहे हैं. चूंकि वे अपनी आयकर बेंगलुरु में जमा कर रहे हैं, आकलन अधिकारी उनके संपर्क में रहेंगे."  

पिछले साल अगस्त में वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीदी थी. कंपनी ने सॉफ्टबैंक, नेसपर्स, ऐसेल पाट्नर्स और ई-बे समेत 44 शेयरधारकों से हिस्सेदारी खरीदी. सचिन और बिन्नी बंसल ने भी अपनी हिस्सेदारी बेची. वॉलमार्ट, फ्लिपकार्ट में 44 विदेशी शेयरधारकों से हिस्सेदारी खरीद के एवज में पहले ही 7,439 करोड़ रुपये कर जमा कर चुकी है.

हालांकि, घरेलू कर कानून के तहत सचिन और बिन्नी बंसल का आकलन अलग से किया जाएगा और उन्हें सौदे से हुई आय पर 20 प्रतिशत की दर से पूंजी लाभ कर देना होगा. जहां सचिन ने फ्लिपकार्ट में अपनी पूरी 5-6 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी है वहीं बिन्नी बंसल ने अपनी कुछ हिस्सेदारी बेची है.

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हाल में सीईओ पद से बिन्नी बंसल ने दिया था इस्तीफा 
बिन्नी बंसल ने हाल ही में 'व्यक्तिगत दुर्व्यवहार' के आरोपों के चलते कंपनी के सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, बंसल निदेशक मंडल में सदस्य बने रहेंगे. बिन्नी ने इस्तीफा देने का फैसला फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट की ओर से स्वतंत्र रूप से गंभीर व्यक्तिगत दुर्व्यवहार के आरोपों की जांच के बाद दिया था. बयान में यह नहीं बताया गया कि उन पर दुर्व्यवहार के आरोप क्या हैं? कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में बंसल ने लिखा था, 'कुछ समय से मैं फ्लिपकार्ट ग्रुप में परिचालन संबंधी पद से हटने के सही समय के बारे में विचार कर रहा था. मेरी योजना मौजूदा भूमिका में कुछ और तिमाहियों तक काम करने की थी, ताकि वालमार्ट के साथ समझौता आसानी से निपट जाए. हालांकि, मेरा पद छोड़ने का फैसला हाल में घटी घटनाओं के बाद निजी तौर पर लिया गया है.'

 

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