Indian Railways ने कोरोना काल के सामान्य होने के बाद ट्रेनों के नियमित संचालन शुरू करने की तैयारी कर ली है. इसके तहत कई महत्वपूर्ण ट्रेनों के Time Table में बदलाव के साथ ही रूट भी चेंज किया जाएगा.
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नई दिल्ली: Indian Railways ने कोरोना काल के सामान्य होने के बाद ट्रेनों के नियमित संचालन शुरू करने की तैयारी कर ली है. इसके तहत कई महत्वपूर्ण ट्रेनों के Time Table में बदलाव के साथ ही रूट भी चेंज किए जाएंगे. ऐसी करीब 50 ट्रेनों की लिस्ट तैयार है. Railway Board ने जोनल रेलवे से मिले प्रस्तावों के बाद ये फैसला लिया है. रेलवे बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर कोचिंग राजेश कुमार ने रूट बदलने का यह आदेश सभी जोनल मुख्यालयों को जारी किया है.
इन ट्रेनों का बदला है रूट
रेलवे ने जिन ट्रेनों का रूट बदला है उनमें वाराणसी से जम्मूतवी बेगमपुरा एक्सप्रेस सुल्तानपुर की जगह अब वाराणसी-प्रतापगढ़-रायबरेली होकर चलेगी. हावड़ा-देहरादून दून एक्सप्रेस, गंगा सतलुज एक्सप्रेस फैजाबाद की जगह अब रायबरेली होकर गुजरेगी. बरेली-प्रयागराज संगम एक्सप्रेस रायबरेली-ऊंचाहार-फाफामऊ होकर गुजरेगी.
जयनगर से अमृतसर जाने वाली शहीद और सरयू यमुना एक्सप्रेस मुरादाबाद-दिल्ली की जगह अब सहारनपुर-अम्बाला होकर चलाने की तैयारी है. इंदौर-राजेंद्रनगर एक्सप्रेस भोपाल की जगह अब संत हरदाराम नगर होकर चलेगी. चंपारण हमसफर एक्सप्रेस कटिहार-खगड़िया-रुसेरा घाट होकर गुजरेगी. यह ट्रेन पूर्णिया, सहरसा स्टेशन पर नहीं रुकेगी.
मिशन- 160 पर काम हो रहा शुरू
भारतीय रेलवे अब मिशन-160 (Mission 160) में तेजी लाएगा. रेलवे (Railways) की योजना है कि दिल्ली और मुंबई के बीच ट्रेन को 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई जाए. फिलहाल ट्रेन (Train) की स्पीड 130 किमी प्रति घंटा ही है. इस हिसाब से मात्र 12 घंटे में यात्री दिल्ली से मुंबई पहुंच सकते हैं. इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे बोर्ड को हर हफ्ते मीटिंग कर प्रोग्रेस देखने को कहा है.
रेलवे ट्रैक के दोनों ओर होगी फेंसिंग
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि रेलवे ट्रैक पर किसी दुर्घटना को टालने के लिए बाड़ (फेंसिंग) लगाए जाएंगे. रेलवे ये सुनिश्चित करना चाहता है कि 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ते ट्रेन के बीच एक्सीडेंट न हो. पहले मिशन-160 को पूरा करने की डेडलाइन 2023 रखी गई थी. लेकिन अब केंद्रीय रेल मंत्रालय ने इस डेडलाइन को घटा कर 2022 रख दी है. अब फास्ट ट्रैक पर इस परियोजना को पूरा किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे दिल्ली से मुंबई और दिल्ली से हावड़ा के बीच सबसे पहले 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाना चाहता है. इन दोनों डेस्टिनेशन्स में रेलवे ट्रैक के दोनो तरफ फेंसिंग करने के लिए केंद्र सरकार ने 2,200 करोड़ रुपए आवंटित किया है.
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