भारत की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत, सुधार में देरी जोखिम : एडीबी
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भारत की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत, सुधार में देरी जोखिम : एडीबी

एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने आज दोहराया कि वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत हालांकि, आगाह किया कि भूमि अधिग्रहण और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुड़े सुधार में देरी से वृद्धि प्रभावित हो सकती है।

नई दिल्ली : एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने आज दोहराया कि वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत हालांकि, आगाह किया कि भूमि अधिग्रहण और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुड़े सुधार में देरी से वृद्धि प्रभावित हो सकती है।

मार्च में जारी एशियाई विकास परिदृश्य, 2015 की पूरक रपट में 2015 के लिए चीन की वृद्धि का अनुमान घटाकर सात प्रतिशत कर दिया गया जो पहले 7.2 प्रतिशत था। एडीबी ने कहा है कि 2016 चीन की वृद्धि दर घटकर 6.8 प्रतिशत रह जाएगी। एडीबी ने पूरक रपट में कहा, ‘वित्त वर्ष 2015-16 के लिए भारत में वृद्धि का अनुमान 7.8 प्रतिशत और 2016-17 के लिए 8.2 प्रतिशत पर अपरिवर्तित है जिससे अच्छे मानसून और नए निवेश में मदद मिलेगी।’ 

एडीबी ने कहा कि उद्योग के लिए भूमि अधिग्रहण आसान बनाने और समान वस्तु एवं सेवा कर लागू करने से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण कानून पारित कराने में और देरी से वृद्धि की संभावनाओं के लिए जोखिम पैदा हो सकता है। भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2014-15 में 7.3 प्रतिशत थी। एडीबी ने हालांकि, एशिया के विकास का अनुमान घटाकर 6.1 प्रतिशत कर दिया जो पहले 6.3 प्रतिशत था।

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