अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर आज दो अच्छी खबरें आई. एक तरफ महंगाई से राहत मिली तो दूसरी ओर औद्योगिक उत्पादन के बी रफ्तार पकड़ ली. खुदरा महंगाई दर नवंबर में घटकर 6 फीसदी से नीचे आई.
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IIP Date: अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर आज दो अच्छी खबरें आई. एक तरफ महंगाई से राहत मिली तो दूसरी ओर औद्योगिक उत्पादन के बी रफ्तार पकड़ ली. खुदरा महंगाई दर नवंबर में घटकर 6 फीसदी से नीचे आई. नवंबर में खुदरा महंगाई तक घटकर 5.48 फीसदी पर आ गई है तो वहीं औद्योगिक उत्पादन (IIP) की रफ्तार बढ़ गई है.
कितना बढ़ा औद्योगिक उत्पादन
भारत का औद्योगिक उत्पादन अक्टूबर 2024 में बढ़ा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, IIP में 3.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. यह तीन महीनों का सबसे ऊंचे स्तर पर रहा. बता दें कि इससे पहले सितंबर में यह 3.1 फीसदी पर था.अक्टूबर महीने के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) की साल-दर-साल के आधार पर 3.5 प्रतिशत की ग्रोथ हुई, आई है.
औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ें
औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि अक्टूबर में सुस्त पड़कर 3.5 प्रतिशत पर पहुंच गई. औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि इस साल अक्टूबर में घटकर 3.5 प्रतिशत रह गई. इसका मुख्य कारण खनन, बिजली और विनिर्माण क्षेत्रों का खराब प्रदर्शन है. बृहस्पतिवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापे जाने वाले कारखाना उत्पादन पिछले साल इसी महीने में 11.9 प्रतिशत की दर से बढ़ा था.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि देश का औद्योगिक उत्पादन अक्टूबर, 2024 में 3.5 प्रतिशत बढ़ा है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन अक्टूबर, 2024 में 4.1 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 10.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. अक्टूबर, 2024 में खनन उत्पादन में 0.9 प्रतिशत और बिजली उत्पादन में दो प्रतिशत की वृद्धि हुई. अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में, आईआईपी में चार प्रतिशत की वृद्धि हुई. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन सात प्रतिशत बढ़ा था. इनपुट-भाषा