इंडिगो ने इस मामले में फेमा नियमों का हवाला दिया है. इंडिगो का कहना है कि ऐसा उसने अपने मेन्यू में भी साफ-साफ लिखा है.
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नई दिल्ली: इंडिगो एयरलाइन ने अपने खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद आज सफाई जारी की है. न्यूज एजेंसी एएनआई को जारी बयान में उन्होंने कहा इंटरनेशनल फ्लाइट्स के दौरान इंडिगो भारतीय करेंसी स्वीकार नहीं करती है. इंडिगो ने इस मामले में फेमा नियमों का हवाला दिया है. इंडिगो का कहना है कि ऐसा उसने अपने मेन्यू में भी साफ-साफ लिखा है. वहीं, इस मामले में शिकायत करने वाले कारोबारी प्रमोद कुुमार ने कोर्ट में अर्जी लगाई है, जिसकी सुनवाई 15 दिसंबर को होनी है.
जी न्यूज की खबर का असर
आपको बता दें जी न्यूज ने प्रमोद कुमार जैन के मामले को मंगलवार को प्रमुखता से उठाया था. जी न्यूज ने प्रमोद कुमार जैन से बातचीत की और उनसे सभी दस्तावेज लेकर खबर को प्रमुखता अपनी वेबसाइट पर लगाया. जिसके बाद इंडिगो ने आज सफाई पेश की है.
क्या है इंडिगो की सफाई
इंडिगो का यह भी कहना है कि उसने साल 26 फरवरी, 2014 और जून 05, 2014 को भारतीय रिजर्व बैंक में 25,000 से ज्यादा की ऑन-बोर्ड बिक्री करने के लिए अनुमति मांगी थी. इस संबंध में संबंधित अधिकारियों के साथ हम सक्रिय चर्चा कर रहे हैं.
We have filed a request for carrying on-board sales in INR (above 25,000) with Reserve Bank of India on February 26, 2014 and June 05, 2014. We are in active discussions with the concerned authorities in this regard: IndiGo
— ANI (@ANI) November 22, 2017
IndiGo does not accept INR for on-board sales on its international flights in accordance to the prevailing regulation 3 of FEMA Regulations. And this clearly is mentioned in our on-board sales menu: IndiGo pic.twitter.com/GqJHi49Sll
— ANI (@ANI) November 22, 2017
कारोबारी का क्या है कहना
प्रमोद कुमार जैन का कहना है कि भारतीय सीमा में भारतीय मुद्रा लेने से इनकार करना राष्ट्रद्रोह का मामला है. भारतीय दण्ड संहिता के सेक्शन 124 A (राष्ट्रद्रोह) और नेशनल ऑनर एक्ट 1971 के तहत मैंने इस मामले को उठाया है. कोर्ट में इस मामले की सुनवाई 15 दिसंबर को है.
Refusing Indian currency on Indian territory is an act of sedition. I have taken up this matter, and have also invoked clause of Prevention of Insults to National Honour Act, 1971. The date of hearing in the case is 15th December: Businessman Pramod Kumar Jain pic.twitter.com/Soyy3qrNH6
— ANI (@ANI) November 22, 2017
क्या था मामला
इंटरग्लोब एविएशन की एयरलाइन इंडिगो के खिलाफ राष्ट्रद्रोह की शिकायत की गई थी. दरअसल, दिल्ली के कारोबारी प्लस ग्रुप के प्रमोद कुमार जैन से बंगलुरु-दिल्ली फ्लाइट के दौरान भारतीय मुद्रा लेने से इनकार कर दिया था और उन्हें मील(खाना) देने से मना कर दिया था. इसके बाद प्रमोद कुमार जैन ने नई दिल्ली के सरोजनी नगर पुलिस स्टेशन में इंडिगो के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज कराया गया है.
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10 नवंबर का है मामला
प्रमोद कुमार जैन ने 10 नवंबर 2017 को बंग्लुरु से दुबई के लिए इंडिगो फ्लाइट नंबर 6E95 से टिकट कराई थी. सुबह 7:20 बजे उन्होंने फ्लाइट थी. टिकट में उन्होंने मील नहीं लिया था. फ्लाइट के दौरान उन्होंने खाना ऑर्डर किया, लेकिन क्रू मेंबर्स ने उन्हें खाना देने से इनकार कर दिया. क्योंकि, प्रमोद कुमार भारतीय करेंसी में भुगतान कर रहे थे. उनका आरोप है कि क्रू मेंबर्स ने उनसे विदेशी करेंसी डॉलर या दिरहम में भुगतान करने को कहा था.
'अब भी स्वतंत्र नहीं हैं हम'
प्रमोद कुमार का यह भी आरोप है कि इस घटना के दौरान उन्हें विदेशी यात्रियों के सामने शर्मिंदा और अपमानित महसूस होना पड़ा. उनके मुताबिक, ऐसा महसूस होता है कि हम अभी भी स्वतंत्र नहीं हैं और दूसरे देशों के गुलाम हैं.