इन्फोसिस के पूर्व CFO ने किया आगाह, आईटी सेक्टर में आने वाले सालों में कम होंगे नौकरी के मौके
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इन्फोसिस के पूर्व CFO ने किया आगाह, आईटी सेक्टर में आने वाले सालों में कम होंगे नौकरी के मौके

वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही में आईटी उद्योग के प्रदर्शन के आकलन पर बालकृष्णन ने कहा कि विकसित बाजारों में जो कुछ हो रहा है, उसको देखते हुए वृद्धि के मोर्चे पर मौजूदा वित्त वर्ष चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है.

 इन्फोसिस के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी वी बालकृष्णन. (फाइल फोटो)

हैदराबाद: इन्फोसिस के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी वी बालकृष्णन ने कहा है कि देश में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नयी नियुक्तियों की रफ्तार कम हो सकती है. उन्होंने आईटी उद्योग का निर्यात इस वर्ष 7 से 8 प्रतिशत बढ़ने के नासकाम के अनुमान को लेकर भी संदेह जताया है. हालांकि बालकृष्णन ने अगले साल उद्योग की अच्छी वृद्धि को लेकर उम्मीद जतायी. वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही में आईटी उद्योग के प्रदर्शन के आकलन पर उन्होंने कहा कि विकसित बाजारों में जो कुछ हो रहा है, उसको देखते हुए वृद्धि के मोर्चे पर मौजूदा वित्त वर्ष चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है.

बालकृष्णन ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से नियुक्ति गतिविधियां धीमी हुई हैं. और स्वचालन बड़ी चीज हैं. तीन बड़ी कंपनियों में कर्मचारियों की वृद्धि शुद्ध रूप से नकारात्मक वृद्धि हुई है. इसीलिए इस साल चुनौतीपूर्ण रहने जा रहा है.’’ उन्होंने कहा कि लेकिन अच्छी चीज यह है कि भारतीय आईटी उद्योग का बड़ा बाजार अमेरिका अब भी आर्थिक रूप से बेहतर कर रहा है और यह एक अच्छी खबर है.

बालकृष्णन ने कहा, ‘‘साथ ही यूरोप भी अच्छा कर रहा है. इसीलिए निर्यात मोर्चे पर मांग को लेकर माहौल अगले साल बेहतर दिख रहा है लेकिन डिजिटल बड़ा मामला है और इसीलिए आईटी उद्योग को निवेश करना है और संक्रमण काल को सुगमता से पार करना है.’’ यह पूछे जाने पर कि नासकॉम के अनुमान के अनुसार क्षेत्र सात से आठ प्रतिशत वृद्धि हासिल करने के रास्ते पर है, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता क्योंकि अधिकतर बड़ी कंपनियां उस गति से वृद्धि नहीं कर रही.’’

बालकृष्णन ने कहा, ‘‘इसीलिए इस साल चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है लेकिन संभवत: अगले साल मांग अच्छी हो सकती है क्योंकि विकसित बाजार अच्छा कर रहे हैं.’’ उन्होंने इस बात पर सहमति जतायी कि आईटी क्षेत्र में नियुक्ति में नरमी बनी रह सकती है. इन्फोसिस के पूर्व अधिकारी ने कहा, ‘‘अधिकतर कंपनियां अधिक उत्पादकत हुई हैं, उपयोग का स्तर बढ़ा है और साथ ही स्वचालन बढ़ा है. इसीलिए आने वाले वर्ष में आईटी उद्योग के लिये नियुक्ति की गति धीमी होगी.’’ 

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