क्या आपको मालूम है Bank के ये 8 चार्ज जो आपसे वसूले जाते हैं, जरूर जानें
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क्या आपको मालूम है Bank के ये 8 चार्ज जो आपसे वसूले जाते हैं, जरूर जानें

अकाउंट में मिनिमम बैलेंस नहीं होने पर, या फिर एक महीने में 4 बार से ज्यादा ATM से ट्रांजेक्शन करने पर चार्ज वसूले जाते हैं, ज्यादातर लोगों को इसकी जानकारी है, लेकिन अन्य चार्ज के बारे में जानकारी नहीं होती है.

ज्यादा बार बैंक से भी ट्रांजेक्शन करने पर चार्ज वसूला जाता है. (फाइल)

नई दिल्ली: बैंक अकाउंट खुलवाना बेहद आसाना है. आप अपनी आईडी और फोटो लेकर बैंक जाइये, कुछ घंटों के भीतर आपका अकाउंट खुल जाएगा साथ में आपको डेबिट कार्ड भी मिल जाता है. लेकिन, क्या आपको मालूम है कि बैंक अपने ग्राहकों से सभी सेवा के बदले शुल्क वसूलते हैं. अगर आपके अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस नहीं है तो चार्ज काट लिया जाता है. अगर, डेबिट कार्ड से लिमिट से ज्यादा ट्रांजैक्शन करेंगे तो भी चार्ज काटा जाएगा. इसके अलावा भी कई चार्ज होते हैं, जिसके बारे में शायद बहुत कम लोग जानते होंगे. इस आर्टिकल में आपको उन चार्ज के बारे में पूरी जानकारी दी जा रही है.

1. अकाउंट बंद करने का चार्ज
अगर आप अपना कोई अकाउंट बंद करवाना चाहते हैं तो इसके लिए चार्ज देना होगा.अगर आपके अकाउंट से पिछले छह माह से किसी भी तरह का ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है, तो इसके लिए भी आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है. इसमें सरकारी और निजी बैंकों के अलग-अलग नियम हैं.

2. लिमिट से ज्यादा ब्रांच जाने पर
हालांकि, ऑनलाइन बैंकिंग आने के बाद बहुत काम घर बैठे संभव है. इसके बावजूद अगर आप अगर बैंक जाकर एक तिमाही में 12 बार से ज्यादा ट्रांजेक्शन करते हैं तो आपको चार्ज भरना होगा. ऐसे में आप अगर सोच रहे हैं कि ATM  चार्ज से बचने के लिए बैंक जाकर ट्रांजेक्शन कर लूं तो गलतफहमी को दूर कर लें. हालांकि, यह चार्ज प्राइवेट बैंकों की तरफ से वसूले जाते हैं. 13वीं बार से हर ट्रांजेक्शन पर 50 रुपये काट लिए जाएंगे.

3. दूसरी ब्रांच से ट्रांजेक्शन करने पर
आपका अकाउंट जिस ब्रांच में है, उससे अलग किसी और ब्रांच में जाकर आप ट्रांजेक्शन करते हैं, तो इसके लिए भी पैसे चुकाने होंगे. प्राइवेट बैंक पहली बार ऐसे ट्रांजेक्शन का चार्ज नहीं लेते हैं लेकिन, इसके बाद हर ट्रांजेक्शन पर प्रति हजार पांच रुपए चार्ज वसूला जाता है.

4. एक महीने में दूसरी बार कैश विदड्रॉल पर लगता है चार्ज
नॉन बेस ब्रांच से एक महीने में दूसरी बार कैश विदड्रॉल का भी चार्ज उपभोक्ता को ही चुकाना होगा. इसके हर बैंक के अलग-अलग चार्ज हैं. हालांकि, प्राइवेट बैंक इसके लिए 150 रुपए तक चार्ज वसूलते हैं.

5. एक महीने में दूसरी बार कैश डिपॉजिट करने पर
नॉन बेस ब्रांच में एक महीने में दूसरी बार कैश डिपॉजिट करने पर भी बैंक आपकी जेब से फीस वसूलता है. इसके लिए भी अलग-अलग बैंक ने अलग फीस तय की हुई है. इसके लिए आईसीआईसीआई बैंक 150 रुपए तक चार्ज करता है.

6. मंथली स्टेटमेंट चार्ज
आपकी जेब से चार्ज वसूलने वाली लिस्ट में बैंक स्टेटमेंट भी है. यदि आप चाहते हैं कि हर महीने आपके घर बैंक स्टेटमेंट भेजा जाए, तो इसके लिए भी बैंक को चार्ज देना पड़ेगा. हर बैंक अपने मुताबिक इसकी कीमत तय करता है. ज्यादातर  बैंकों में यह कीमत 200 रुपए तक है. हालांकि, ईमेल से स्टेटमेंट मंगवाने पर कोई चार्ज नहीं लगता. रिजर्व बैंक के निर्देश के मुताबिक, बैंकों को हर 3 महीने पर ग्राहकों को स्टेटमेंट भेजना होता है, जिसके लिए बैंक कोई फीस नहीं वसूल सकते हैं.
 
7. चेक स्टेटस जानने पर चार्ज
अगर आप अपने चेक का स्टेटस जानना चाहते हैं, तो कई निजी बैंक इसके लिए भी आपकी ही जेब से चार्ज वसूलते हैं. इस सर्विस के लिए बैंक 25 रुपए तक वसूलते हैं. आमतौर पर यह फीस रनिंग चेक का स्टेटस जानने पर नहीं देनी होती है लेकिन यदि आप किसी पुराने चेक का स्टेटस पता करते हैं, तब आपको यह फीस देनी होती है.

8. एड्रेस कंफर्म करने पर लगता है चार्ज
सरकारी बैंकों से उलट, निजी बैंक किसी तरह का डॉक्युमेंट- बैलेंस सर्टिफिकेट, इंटरेस्ट सर्टिफिकेट, एड्रेस कन्फर्मेशन, अटेस्टेड सिग्नेचर, अटेस्टेड फोटो आदि के बदले 50 से 200 रुपए तक वसूलते हैं. बैंकों के पास इसका भी तर्क है. बैंक के मुताबिक इन सभी पर लगने वाले चार्जेज सही हैं. यदि ये ही सर्टिफिकेट लेने आप वकील के पास जाएं तो वो भी इसकी फीस वसूलते हैं.

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