What is LRT: उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दो-तीन महीने में प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण (यीडा) की बोर्ड बैठक में चेयरमैन अनिल सागर के सामने एयर पोर्ट से गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और नोएडा को जोड़ने वाले प्राजेक्ट की प्रेजेंटेशन दी गई.
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Light Rail Transit: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक लाइट ट्रांजिट रेल (LRT) चलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. एक अधिकारी ने बताया कि इस प्रस्ताव को केंद्रीय शहरी आवासन मंत्रालय को भेज दिया गया है. अधिकारी ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट आने वाले लोगों का सफर आसान बनाने के लिए ‘नमो भारत’ और ‘मेट्रो लाइन’ के ट्रैक पर अब लाइट ट्रांजिट रेल (LRT) भी दौड़ेगी. उन्होंने बताया कि फिल्म सिटी से एयर पोर्ट तक पूर्व प्रस्तावित ‘पॉड टैक्सी’ की जगह एलआरटी (LRT) का संचालन होगा.
दो-तीन महीने में प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा
14 किमी लंबे इस रूट पर एलआरटी संचालन के लिए प्रदेश सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इसका प्रस्ताव भारत सरकार के केंद्रीय शहरी आवासन मंत्रालय को भेज दिया गया है. उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दो-तीन महीने में प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण (यीडा) की बोर्ड बैठक में चेयरमैन अनिल सागर के सामने एयर पोर्ट से गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और नोएडा को जोड़ने वाले प्राजेक्ट की प्रेजेंटेशन दी गई. इसमें बताया गया कि दो चरणों में प्रस्तावित, गाजियाबाद से एयरपोर्ट के बीच ट्रैक का निर्माण अब एक साथ किया जाएगा.
नमो भारत 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी
पूर्व योजना के अनुसार, पहले चरण में गाजियाबाद के सिद्धार्थनगर से इकोटेक-6 तक 39.39 किमी लंबा ट्रैक और दूसरे चरण में इकोटेक-6 से एयरपोर्ट तक 32.90 किमी लंबा ट्रैक बनना था. पूरी तरह से ‘एलिवेटेड ट्रैक’ पर ‘नमो भारत’ 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. अधिकारी ने बताया कि प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए भारत सरकार और यूपी सरकार 20-20 प्रतिशत का अंशदान करेंगी. इसके निर्माण में एनसीआरटीसी (NCRTC) लागत का 60 प्रतिशत खर्च करेगा. एनसीआरटीसी की असमर्थता पर फंड की व्यवस्था गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा, यमुना विकास प्राधिकरण और नोएडा इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड करेगा.
LRT की रफ्तार 21 किमी प्रति घंटे की होगी
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि एक ही ट्रैक पर ‘नमो भारत’, ‘मेट्रो’ और ‘एलआरटी’ संचालन के लिए स्पेशल एक्शन प्लान तैयार किया गया है. इसके लिए 14.6 किमी का अलग ट्रैक बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ‘लाइट ट्रांजिट रेल’ 21 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. सिंह ने बताया कि हर मेट्रो के बीच सर्विस का गैप 3.5 मिनट, रैपिड रेल के बीच यह अंतराल 7 मिनट और एलआरटी के लिए सर्विस गेप 8 मिनट का होगा. उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर करीब 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किया जाएगा. (इनपुट भाषा से भी)