Zero Down Payment: नवरात्रि के समय में हर कोई कुछ ना कुछ खरीदने की प्लानिंग बना रहा है, लेकिन कम बजट के चलते बहुत से लोगों को लोन (Car Loan) का सहारा लेना होता है. बैंक लोन और फाइनेंस पर जीरो डाउन पेमेंट की सुविधा भी देती है. लेकिन जीरो डाउन पेमेंट में...
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Bike Finance: कम पैसे होने की वजह से कई लोग बाइक, कार या मोबाइल खरीदते समय लोन (Car Loan) का सहारा लेते हैं. जहां बैंक आपको दो तरह की सुविधा देती है. पहला विकल्प होता है कि आप कुछ डाउन पेमेंट जमा करें और दूसरा विकल्प होता है कि जीरो डाउन पेमेंट स्कीम का फायदा उठाएं . आपको बता दें कि जीरो डाउन पेमेंट की स्कीम भले ही आपको शुरुआत में अच्छी लगती हो, लेकिन ये बाद में आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है. इस खबर में आपको बताया गया है कि जीरो डाउन पेमेंट स्कीम क्या है? आपको जीरो डाउन पेमेंट स्कीम लेना चाहिए या डाउन पेमेंट जमा करके कुछ चीजें खरीदना चाहिए.
डाउन पेमेंट स्कीम क्या है? ( Zero Down Payment )
मान लीजिए आप 1 लाख रुपये की कोई बाइक खरीद रहे हैं, उसमें से अगर आप 10 हजार रुपये जमा कर देते हैं और बाकी का लोन ले लेते हैं तो जमा किये गए 10 हजार रुपये डाउन पेमेंट कहलाएगा और बाकी 90 हजार रुपये पर आपका फाइनेंस कराना होगा. बाइक, कार या मोबाइल खरीदते समय कस्टमर कुल कीमत का कुछ हिस्सा सीधे चुका देते हैं, जबकि बाकी पैसे का पेमेंट बैंक या एनबीएफसी द्वारा किया जाता है. वहीं जब कोई सामान जीरो डाउन पेमेंट पर खरीदा जाता है तो कस्टमर को किसी भी तरह का डाउन पेमेंट जमा नहीं करना होता.
डाउन पेमेंट भरना फायदे का सौदा
अगर आप डाउन पेमेंट जमा करने के बाद कुछ प्रोडक्ट खरीदते हैं तो इसका सीधा फायदा EMI पर होता है. क्योंकि कुछ हिस्सा आप पहले ही जमा कर चुके होते हैं तो ऐसे में जितना ज्यादा डाउन पेमेंट आप जमा करेंगे, आपको उतना ही कम कर्ज लेना होगा. जैसे, एक शख्स 20 लाख रुपये की कार खरीदता है और 5 साल की लोन अवधि चुनता है. यदि वह 2 लाख रुपये का डाउन पेमेंट करता है तो उसे 18 लाख रुपये का कार लोन लेना होगा और 5 साल में जमा करना होगा. वहीं, अगर 5 लाख रुपये का डाउन पेमेंट कर देते हैं, तो 5 साल में 15 लाख रुपये का लोन चुकाना होगा. दूसरे वाले मामले में आपको कम ईएमआई और कम ब्याज देना होगा. अगर आप जीरो डाउन पेमेंट पर कुछ खरीद लेते हैं तो फाइनेंसर या बैंक उस पर ब्याज भी ज्यादा लगाते हैं, जिससे आपको ज्यादा ब्याज भरना होता है.
इस गणित से समझिए
मान लीजिए आप कोई कार पर लोन ले रहे हैं, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत 6 लाख रुपये है. यहां हम बैंक की ब्याज दर को 10 फीसदी और लोन अवधि 5 साल मानकर चल रहे हैं. अगर आप पूरे 6 लाख रुपये पर फाइनेंस कराते हैं तो आपकी मासिक EMI 12,748 रुपये बनती है. वहीं अगर आप 1 लाख रुपये जमा कर देते हैं और बाकी 5 लाख रुपये पर लोन लेते हैं तो आपकी मासिक EMI 10624 रुपये बनती है. ऐसे में अगर आप जीरो डाउन पेमेंट पर कोई चीज खरीदते हैं तो आपको लाखों रुपये चुकाने पड़ सकते हैं.
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