Paytm News: RBI का डंडा, वित्त मंत्री का इनकार...पेटीएम को बचाने के लिए अब क्या करेंगे विजय शेखर शर्मा
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Paytm News: RBI का डंडा, वित्त मंत्री का इनकार...पेटीएम को बचाने के लिए अब क्या करेंगे विजय शेखर शर्मा

Vijay Shankar Meets Sitharaman:   आरबीआई के एक्शन के बाद से पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा की बेचैनी दिख रही है. कभी वो आरबीआई का दरवाजा खटखटा रहे हैं तो कभी दिल्ली में वित्त मंत्रालय के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन उन्हें राहत मिलती नहीं दिख रही है. पेटीएम की मुश्किलें कम होने के बजाए बढ़ने जा रही है.  

Paytm News: RBI का डंडा, वित्त मंत्री का इनकार...पेटीएम को बचाने के लिए अब क्या करेंगे विजय शेखर शर्मा

Paytm Payment Bank Latest Update: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के एक्शन के बाद फिनटेक कंपनी पेटीएम (Paytm) मुश्किलों में फंसा हुआ है. आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट बैंक (Paytm Paytment Bank) पर कार्रवाई करते हुए उसकी अधिकांश सर्विसेस पर 29 फरवरी से रोक लगाने का आदेश दिया है. आरबीआई (RBI) के एक्शन के बाद से पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) की बेचैनी दिख रही है. कभी वो आरबीआई का दरवाजा खटखटा रहे हैं तो कभी दिल्ली में वित्त मंत्रालय  (Finance Ministry) के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन उन्हें राहत मिलती नहीं दिख रही है. पेटीएम की मुश्किलें कम होने के बजाए बढ़ती जा रही है.  

संकट नंबर 1: न RBI का सहारा, न FM से मिली राहत  

पेटीएम के बॉस विजय शेखर शर्मा आरबीआई और वित्त मंत्रालय के चक्कर काट रहे हैं. सोमवार को उन्होंने आरबीईआई के अधिकारियों से मुलाकात की तो वहीं मंगलवार को वो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( FM Nirmala Sitharaman) से मिलें. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वित्त मंत्री के साथ उनकी मुलाकात केवल 10 मिनट में ही खत्म हो गई. वित्त मंत्रालय ने कहा कि मामले की जांच आरबीआई कर रहा है. वो इस मुद्दे पर आरबीआई से ही बात करें. विजय शेखर शर्मा ने आरबीआई के अधिकारियों से मुलाकात कर कुछ रियायत देने की गुजारिश की, लेकिन केंद्रीय बैंक ने इस मामले में किसी भी मदद से इनकार कर दिया. केंद्रीय बैंक ने कहा वो खुद बैंकों और नेशनल पेमेंट्स कोऑपरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) से बात करे. आरबीआई की ओर विजय शेखर शर्मा को राहत मिलने की उम्मीद कम है. आरबीआई की ओर से पेटीएम को कई बार चेतावनी दी गई, लेकिन कंपनी ने कदम नहीं उठाया. अब आरबीआई पेटीएम तो राहत देने के मूड में नहीं दिख रहा है.  

संकट नंबर 2: बैंक नहीं दिखा रहे दिलचस्पी 

पेटीएम की दूसरी सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि दूसरे बैंक उसमें दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. आरबीआई ने कंप्लायंस की खामियों के चलते पेटीएम पेमेंट बैंक पर कार्रवाई की है.ज्यादातर बैंक आरबीआई के निर्देश के बगैर पीपीबीएल (Paytm Payment Bank Limited) के कस्टमर अकाउंट्स को लेने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. अगर आंकड़ों की देखें तो Paytm के साथ 3 करोड़ से ज्यादा मर्चेंट्स हैं, जिसमें से करीब 60 लाख मर्चेंट्स पेटीएम पेमेंट बैंक का इस्तेमाल सेटलमेंट अकाउंट के तौर पर करते हैं. वहीं पेटीएम ऐप (Paytm App) पर ज्यादातर यूपीआई एड्रेसेज में स्पॉन्सर बैकं के तौर पर भी पेटीएम पेमेंट बैंक का ऑप्शन दिखता है. 

संकट नबंर 3 : 29 फरवरी की डेडलाइन 

पेटीएम को 29 फरवरी तक इन सभी बैंक अकाउंट्स को थर्ड पार्टी बैंक के पास ट्रांसफर करना होगा. पेटीएम पेमेंट बैंक(Paytm Payment Bank) के सेविंग अकाउंट को मौजूदा रेगुलेशन के साथ माइग्रेट नहीं किया जा सकता. पेटीएम पेमेंट बैंक के करीब 60 लाख अकाउंट की KYC में गड़बड़ी की है, जिसे माइग्रेट करने के लिए फिर से दोबारा करवाना होगा. ये काम किसी भी बैंक के लिए इतना आसान नहीं है. इसमें कम से कम तीन महीने के वक्त को लगेंगे. इतना वक्त पेटीएम के पास नहीं है. 

संकट 4: ब्रांड इमेज का क्या?  

पेटीएम भले ही इस संकट से निकल जाए, लेकिन उसकी सबसे बड़ी मुश्किल ब्रांड इमेज और विश्वनियता है. पेटीएम पर उठे सवालों के बाद विश्वास को बनाए रखने में उपभोक्ताओं, मर्चेंट्स को दिक्कत होगी. ऐसे में पेटीएम ऐप पर बैंक स्विच करने के बजाए लोग दूसरे ऐप का रुख कर सकते हैं.  

Paytm के लिए प्लान B

KYC में गड़बड़ी और अनियमिताओं के चलते पेटीएम के पेमेंट बैंक सेविंग अकाउंट में दूसरे बैंकों की दिलचस्पी नहीं दिख रही है. आरबीआई उसे राहत देने के मूड में नहीं है. वित्त मंत्रालय ने अपने हाथ खींच लिए हैं. ऐसे में विजय शर्मा के पास एक विक्लप है. पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर पेटीएम अपनी सर्विस को 29 फरवरी के बाद भी जारी रख सकता है अगर कंपनी अपने यूजर्स , अपने मर्चेंट्स को इस बात के लिए राजी कर सके कि वो अपने पेटीएम अकाउंट या यूपीआई को  किसी दूसरे बैंक से लिंक कर लें. आरबीआई की कार्रवाई पेटीएम पेमेंट बैंक पर हुई है. ऐसे में पेटीएम ऐप या यूपीआई सर्विस को किसी भी दूसरे बैंक से लिंक कर जारी रखा जा सकता है. हर UPI में एक से ज्यादा बैंकों को लिंक करने का विकल्प होता है. ऐसे में अगर पेटीएम के उपभोक्ता अगर किसी दूसरे बैंक को अपने पेटीएम ऐप के यूपीआई से लिंक करते हैं तो उनकी सर्विस जारी रहेगी.  

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