गडकरी ने कहा बताया कि मार्च तक टोल कलेक्शन 34,000 करोड़ रुपये पहुंच सकता है. उन्होंने कहा कि टोल कलेक्शन के लिए GPS टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से टोल कमाई अगले 5 सालों में 1.34 लाख करोड़ पहुंच जाएगी.
सरकार 15 दिसंबर 2019 को इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन के लिए FastTag लागू कर चुकी है. देश के सभी NHAI टोल प्लाजा पर अब कैश लेन 1 जनवरी 2021 से खत्म कर दी जाएगी. सिर्फ FastTag लेन के जरिए ही टोल चुकाया जाएगा.
इस टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल का मतलब ये हुआ कि टोल कलेक्शन में किसी तरह का कोई लीकेज नहीं होगी. और पैसे का लेनदेन भी बिल्कुल पारदर्शी तरीके से होगा. टोल प्लाजा पर बेरोकटोक टोल कलेक्शन के लिए सरकार RFID (radio frequency identification) भी लेकर आई है.
नितिन गडकरी ने कहा. अब सभी कमर्शियल व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम के साथ आते हैं. सरकार एक योजना लेकर आने वाली है जिसमें सभी पुराने व्हीकल्स में भी GPS टेक्नोलॉजी इंस्टॉल किया जाएगा.
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