कोरोना काल में वैसे भी पूरे देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन में बढ़ोतरी देखने को मिली है. नोटबंदी के बाद अब महामारी के दौरान लोग नोट छूने से बचना चाहते हैं, जिसके कारण नेटबैंकिंग, यूपीआई और क्रेडिट व डेबिट कार्ड का बहुत ज्यादा इस्तेमाल होने लगा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने लोगों से भी अपील की थी कि जमाना तकनीकी का है, काम में तेजी और पारदर्शिता के लिए लोग तकनीक को जानें और इसका उपयोग करें.
राज्य में सितंबर तक 1 अरब 76 करोड़ 46 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन किए जा चुके हैं, जो पिछले साल ही इसी अवधि में किए गए कुल ट्रांजेक्शन 77 करोड़ 93 लाख रुपये की मुकाबे में 98 करोड़ 53 लाख ज्यादा है.
राज्य सरकार से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश में लोगों ने सबसे अधिक 60 करोड़ 31 लाख रुपये का पेमेंट यूपीआई से किया गया है. इसके बाद 47 करोड़ 79 लाख रुपये का पेमेंट लोगों ने डेबिट कार्ड से किया है.
भारतीय स्टेट बैंक ने सिद्धार्थनगर और फिरोजाबाद जिले को डिजिटल जिले के रूप में चिह्न्ति किया है, जिसका मकसद जिले में डिजिटल पेमेंट के ईको सिस्टम का विस्तार करना है. इन दोनों जिलों में एक साल के अंदर पूरी तरह से डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना है.
ऐसे ही 20 करोड़ 43 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन नेट से किया गया है. दूसरे माध्यमों से 16 करोड़ 36 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन किया गया है. इसके अलावा एनईएफटी से 11 करोड़ 47 लाख रुपये का पेमेंट किया गया है.
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