रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपने स्टाफ के लिए एक सर्कुलर जारी किया है. सर्कुलर में मीडिया से दूरी बनाने की बात कही गई है. RBI ने यह कदम सूचनाओं के लीक होने से रोकने के साथ गलत और भ्रामक सूचनाओं पर पाबंदी लगाने के लिए दिया है. हाल फिलहाल में हुए विवादों को इस सर्कुलर से जोड़कर देखा जा रहा है.
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दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने अधिकारियों को मीडिया से उचित दूरी बनाने की नसीहत दी है. 2 फरवरी को जारी किए गए एक Internal Circular में साफ साफ कहा गया है कि स्टाफ मीडिया से ज्यादा करीबी न बनाए. माना जा रहा है कि आरबीआई ने ये कदम सूचनाओं के लीक होने के मामले में उठाया है.
जानकारी के मुताबिक RBI ने ये कदम भ्रामक खबरों से बचने के लिए उठाया है. दरअसल RBI के अधिकारी कई तरह की मीटिंग में शामिल होते हैं और फिर प्रेस के सामने बयान भी देते हैं. उनके बयान को RBI का ऑफिशियल बयान समझा जाने लगता है और फिर RBI को सफाई देनी पड़ती है. माना जा रहा है कि इस स्थिति से बचने के लिए RBI ने यह आदेश दिया है.
कुछ दिन पहले ये खबरें आई थी कि 5, 10 और 100 रुपये की पुरानी सीरीज वाले नोट बंद हो रहे हैं, लेकिन RBI ने पुराने नोटों को वापस लेने की खबरों का खंडन किया था. RBI ने एक ट्वीट में कहा, मीडिया के कुछ वर्ग में खबरें चल रही हैं कि निकट भविष्य में 100 रुपये, 10 रुपये और 5 रुपये के नोटों की पुरानी सीरीज को बंद कर दिया जाएगा. ये बिल्कुल गलत हैं. इस सर्कुलर में उसी मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया गया है.
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RBI ने अपने अधिकारियों को सुझाव दिया है कि वे रिजर्व बैंक की नीतियों पर कायम रहें और किसी भी सूरत में मीडिया से बात न करें. सर्कुलर में ये भी कहा गया है कि मीटिंग अटैंड करने वाले अधिकारियों को उनके एचओडी और रिजनल डायरेक्टर्स किसी भी मुद्दे पर RBI के आधिकारिक बयान की जानकारी देंगे. यह पहली बार है जब RBI ने अपने अधिकारियों को मीडिया से बातचीत करने से रोकने के लिए फॉर्मल सर्कुलर जारी किया है.
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