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Cost to Run Loksabha: संसद का शीतकालीन सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया है. कभी अडानी तो कभी जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर संसद में हंगामा होता है और संसद को स्थगित कर दी जाती है. सरकार और विपक्ष के हंगामे और तनातनी में न तो संसद चल पा रही है और दिखी. सदन के अंदर शोर के चलते सदन मंगलवार तक स्थगित कर दिया गया. पक्ष-विपक्ष के बीच जारी इस तनातनी के चलते सदन की कार्यवाही ठप हो गई है. सोमवार को भी ऐसा ही हुआ था. पिछले सप्ताह भी संसद में कमोबेश ऐसा ही दृश्य रहा. जिस सदन में पक्ष और विपक्ष के बीच बहस होनी चाहिए, बिलों और प्रस्तावों पर चर्चा होनी चाहिए, वहां हंगामा हो रहा है. इस हंगामे के चक्कर में अगर कोई सबसे ज्यादा पिस रहा है तो वो है देश का टैक्सपेयर्स।
दो अरबपतियों की लड़ाई में संसद का काम ठप
दो अरबपति कारोबारी गौतम अडानी और जॉर्ज सोरोस को लेकर संसद में हंगामा जारी है. कभी अडानी को लेकर विपक्ष सत्ताधारी पार्टी पर आरोप लगाता है और प्रदर्शन करता है तो कभी सत्ताधारी पार्टी के सांसद कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं के जॉर्ज सोरोस से संबंधों पर हंगामा मचाया. इस हंगामे के कारण संसद का शीतकालीन सत्र लगभग बेकार हो चुका है. जहां जरूरी बिलों और लोक कल्याण योजनाओं को लेकर बहस होनी चाहिए वो संसद हंगामे की भेंट चढ़कर बर्बाद हो रहा है. जहां महंगाई से लेकर जानलेवा प्रदूषण पर जरूरी बहस होनी चाहिए, वो सांसदों का अखाड़ा बना हुआ है.
हर मिनट डूब रहे हैं 2.5 लाख रुपये
हंगामे की भेंट चढ़ रहे संसद को चलाने में टैक्सपेयर्स का पैसा लगता है. संसद को चलाने का खर्च टैक्सपेयर्स की गाढ़ी कमाई से आता है. संसद को चलाने में हर मिनट 2.5 लाख रुपये खर्च होते हैं, जो आपकी और हमारी जेब से जाता है. टैक्सपेयर्स के टैक्स के पैसों से चलने वाले संसद में हो रहे इस हंगामे का सबसे ज्यादा नुकसान भी इसी टैक्सपेयर्स को हो रहा है.
संसद चलाने में कितना खर्च
संसद की प्रत्येक कार्यवाही को चलाने में करीब हर मिनट में ढाई लाख रुपये का खर्च आता है. यानी एक घंटे में 1.5 करोड़ खर्च होता है. यानी संसद में हंगामे की वदह से आम आदमी का ढाई लाख रुपए हर मिनट बर्बाद हो रहा है. संसद को चलाने में खर्च होने वाला पैसा सांसदों की सैलरी, संसद सचिवालय पर आने वाले खर्च, संसद के कर्मचारियों की सैलरी, सांसदों की खाने-पीने और सुविधाओं पर होने वाले खर्च पर आता है.
कहां से आता है ससंद को चलाने का पैसा
संसद को चलाने में आने वाले खर्च का पैसा हमारी और आपकी कमाई का हिस्सा है. ये वही रकम है, जो आप और हम टैक्स के तौर पर सरकार को देते हैं. इस सांसदों के हंगामे की वजह से आपके टैक्स के पैसे हर मिनट बर्बाद हो रहे हैं.