स्मृति ईरानी ने कारोबारियों से कहा: जीएसटी अपनाएं, इतिहास का हिस्सा बनें
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स्मृति ईरानी ने कारोबारियों से कहा: जीएसटी अपनाएं, इतिहास का हिस्सा बनें

विपक्षी कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कपड़ा मंत्री ने कहा कि जो लोग जीएसटी की आलोचना कर रहे हैं, वे वही लोग हैं जिन्हें इस कर व्यवस्था के नहीं होने के समय फायदा हुआ था.

अहमदाबाद में 'जीएसटी' पर आयोजित एक सेमिनार में भाजपा सांसद से बात करतीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी. (PTI Photo/22 July, 2017)

अहमदाबाद: माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम करार देते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार (22 जुलाई) को कारोबारी समुदाय से इस ऐतिहासिक कर सुधार का हिस्सा बनने की अपील की.

उन्होंने कहा, ‘जीएसटी न कवेल अच्छा और सरल कर है बल्कि यह बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम है. हम इतिहास रचें और उसका हिस्सा बनें ताकि हम अपनी भावी पीढ़ियों को बता सकें कि हमने कभी कर चोरी नहीं की.’ स्मृति ईरानी यहां जीएसटी विषयक एक कार्यक्रम में कारोबारियों को संबोधित कर रही थीं.

कपड़ा तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा, ‘जब मैं कहती हूं कि जीएसटी पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम है तो इसका तात्पर्य क्या है? जीएसटी के आने से पहले कितने ग्राहकों को मालूम होता था कि उन्होंने कौन कौन से कर चुकाए हैं. आपको यह पता नहीं होता था कि आप कितना वैट, उत्पाद शुल्क और अन्य कर दे रहे हैं.’ 

उन्होंने कहा, ‘अब जीएसटी लागू होने के बाद, ग्राहक और करदाता के तौर पर आप को सूचना मिलती है कि यह अर्थव्यवस्था का हिस्सा है जिसमें आप योगदान करते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘(यह प्रयास इस बात के लिए है कि) विनिर्माण आधार कैसे बढ़ाया जाए, कराधार कैसे बढ़ाया जाए एवं बुनियादी ढांचा तैयार किया जाए ताकि लोग कर चुकाने से बचे नहीं.’ 

ईरानी ने कहा कि जीएसटी का संसद में सभी दलों ने समर्थन किया जो एक दुर्लभ उपलब्धि है. उन्होंने जीएसटी का विरोध करने वालों का जिक्र करते हुए कहा, ‘व्यापारियों एवं विनिर्माताओं को कुछ आशंकाएं हैं. सरकार ने बार बार कहा है कि जो औपचारिक अर्थव्यवस्था में आना चाहते है, उन्हें डरने की जरुरत नहीं है. यदि कोई (कर) अधिकारी आपको परेशान करता है तो हमें बताएं, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आपको परेशान न किया जाए.’ 

विपक्षी कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कपड़ा मंत्री ने कहा कि जो लोग जीएसटी की आलोचना कर रहे हैं, वे वही लोग हैं जिन्हें इस कर व्यवस्था के नहीं होने के समय फायदा हुआ था. अब वे व्यापारियों के बीच नई कर व्यवस्था को लेकर भय पैदा कर रहे हैं. देश में एक जुलाई से जीएसटी व्यवस्था लागू हो गई है. स्मृति ने कहा कि वास्तव में इसमें 72 करों और 17 उपकरों को शामिल किया गया है. नई कर प्रणाली लागू होने के बाद ट्रकों को जांच के लिये नहीं रुकना पड़ता है.

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