अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से शुरू किए गए ट्रेड वार का असर चीन के बाद भारत पर भी नजर आ रहा है.
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नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से शुरू किए गए ट्रेड वार का असर चीन के बाद भारत पर भी नजर आ रहा है. भारत सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को झटका देते हुए अमेरिका के 30 प्रोडक्ट पर दी जाने वाली रियायत को खत्म करने का फैसला किया है. इस बारे में भारत ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) को प्रस्ताव दे दिया है. भारत की तरफ से दिए गए प्रस्ताव में कहा गया यूएस से आने वाले 30 प्रोडक्ट पर छूट के फैसले को वापस लिया जाता है.
सेफगार्ड की कार्रवाई के बाद भारत ने लिया फैसला
आपको बता दें अमेरिका की ओर से भारतीय उत्पादों पर सेफगार्ड की कार्रवाई के बाद भारत ने यह फैसला लिया है. भारत ने यह भी साफ किया कि निलंबन से उतने ही व्यापार पर असर होगा जितना कि अमेरिका के फैसले से हुआ है. भारतीय बाजार में अमेरिका के जिन प्रोडक्ट पर मिलने वाली रियायत को खत्म करने का प्रस्ताव है उनमें बाइक, स्टील से बनीं चीजें, आयरन, बोरिक एसिड और दालें आदि शामिल हैं.
India notified World Trade Organisation of its decision to suspend concessions to US on 30 products, after safeguard measures imposed by US on imports of certain articles. India clarified that suspension of concessions shall be equal to amount of trade affected by US’ measures. pic.twitter.com/SAyY6HWYsf
— ANI (@ANI) June 16, 2018
ट्रंप ने 50 अरब डॉलर के सामान पर लगाया शुल्क
इससे पहले भी भारत ने अमेरिका से आने वाले 20 उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था. इसमें प्रीमियम बाइक और ड्राई फ्रूटस आदि शामिल थे. आपको बता दें कि अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को चीन से आयातित 50 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क लगाने को मंजूरी दी थी. ट्रंप ने 50 अरब डॉलर के सामान पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा करते हुए कहा था कि व्यापार में 'अत्यधिक अनुचित' स्थिति को 'अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.'
इसके जवाब में चीन ने शनिवार को 50 अरब डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा कर दी. दोनों देशों के अतिरिक्त शुल्क लगाने के बाद ट्रेड वार की आशंका बढ़ गई है. अमेरिका ने शुक्रवार को 50 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर 25 फीसदी आयात शुल्क लगाने की घोषणा की थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बौद्धिक संपदा की चोरी और अनैतिक व्यापारिक गतिविधियों का हवाला देकर चीन से आयातित 50 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों पर आयात शुल्क लगाने की घोषणा की थी. चीन की तरफ से कहा गया कि सरकार ने 50 अरब डॉलर के 659 अमेरिकी उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने का निर्णय किया है. सरकार ने उन उत्पादों की सूची भी जारी की है जिनपर ये अतिरिक्त शुल्क लगेंगे.