Festive Season में हो सकते हैं ये बैंकिंग फ्रॉड, मिनटों में खाली हो सकता है खाता
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Festive Season में हो सकते हैं ये बैंकिंग फ्रॉड, मिनटों में खाली हो सकता है खाता

कोरोना काल में फेस्टिव सीजन के दौरान भी हैकर्स और जालसाजों की नजर आपके बैंक खाते और एटीएम व इंटरनेट के जरिए होने वाले ट्रांजेक्शन पर लगी है. 

फाइल फोटो

नई दिल्लीः कोरोना काल में फेस्टिव सीजन के दौरान भी हैकर्स और जालसाजों की नजर आपके बैंक खाते और एटीएम व इंटरनेट के जरिए होने वाले ट्रांजेक्शन पर लगी है. आरबीआई के अनुसार देश में कुल छह तरह के फ्रॉड हैं जिनके सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. त्योहार के समय लोग भी ज्यादातर कैशलेस बैंकिंग का इस्तेमाल करने लगे हैं. ऐसे में धोखाधड़ी से बचने के लिए सावधान रहने की काफी जरूरत है. 

हम आपको बताने जा रहे हैं वो छह तरह की धोखाधड़ी जिनसे बचना आपके लिए काफी जरूरी है. 

क्यूआर कोड से धोखाधड़ी
क्यूआर यानी क्विक रिस्पांस कोड के जरिए भी धोखाधड़ी हो रही है. फ्रॉड करने वाले मोबाइल पर क्यूआर कोड भेजते हैं. उसके जरिए फ्रॉड करते हैं. मोबाइल पर क्यूआर कोड भेजा जाता है और उसे पाने वाला शख्स क्यूआर कोड लिंक को क्लिक करता है तो ठग उसके मोबाइल फोन का क्यूआर कोड स्कैन कर बैंक खाते से रकम निकाल लेते हैं.

UPI से ठगी
कोरोना काल में ज्यादातर लोग यूपीआई के जरिए ही अपने ट्रांजेक्शन करते हैं. वैसे तो बैंकिंग करने का ये अभी तक का सबसे सुरक्षित तरीका है, लेकिन अब इसके जरिए भी फ्रॉड होने लगे हैं. यूपीआई के जरिए ठग किसी व्यक्ति को डेबिट लिंक भेज देता है और जैसे ही वह उस लिंक पर क्लिक कर अपना पिन डालता है तो उसके खाते से पैसे कट जाते हैं. इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें.     

ATM कार्ड की स्कीमिंग
एटीएम स्कीमिंग के जरिए हैकर्स कार्ड के डाटा की चोरी कर लेते हैं. इसके जरिए एटीएम में मौजूद कार्ड रीडर स्लॉट में एक डिवाइस लगाकर के कार्ड के डाटा की चोरी की जाती है. इसके बाद ग्राहकों का डाटा धोखेबाजों के पास पहुंच जाता है. इसके साथ ही कई फ्रॉड करने वाले फर्जी की-बोर्ड के जरिए भी डाटा चोरी कर लेते हैं. इसलिए किसी भी ऐसे एटीएम से ट्रांजेक्शन न करें जो सुनसान इलाकों में हो. केवल बैंक शाखा के बाहर लगे एटीएम या फिर भीड़भाड़ वाली जगह पर स्थित एटीएम पर ही ट्रांजेक्शन करें. 

बैंक खातों में जांच के नाम पर ठगी
धोखेबाज बैंक खातों में जांच के नाम पर भी ठगी करते रहते हैं. सभी ग्राहकों को अपने बैंक खातों की जांच आपको समय-समय पर करनी चाहिए और अगर किसी भी तरह की गड़बड़ दिखे तो तुरंत उसके बारे में बैंक से पता लगाना चाहिए. 

एटीएम कार्ड की क्लोनिंग
स्कीमिंग की तरह यह भी एक फ्रॉड करने का तरीका है. इसमें कार्ड की पूरी जानकारी लेने के बाद एक डुप्लीकेट कार्ड को बनाकर के खाते से पैसा निकाल लिया जाता है. 

वॉट्सऐप पर कॉल करके फर्जीवाड़ा
आजकल वॉट्सऐप पर कॉल करके भी फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. किसी अनजान नंबर से कॉल आने पर और पैसा मांगने वाले के नंबर को तुरंत ब्लॉक कर दें.  वारदात को अंजाम देने के बाद आपके नंबर को ब्लॉक कर सकता है. वॉइस कॉल करने वाला अपनी ट्रिक में फंसाकर आपके पैसे हड़प सकता है.

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