चीन 2001 में और रूस 2012 में डब्ल्यूटीओ के सदस्य बने थे.
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वॉशिंगटन: चीन और रूस के विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) द्वारा समर्थित बाजार उन्मुख आर्थिक नीतियों को अपनाने में नाकाम रहने पर अमेरिका ने दोनों देशों को कड़ी फटकार लगाई है. अमेरिका ने आरोप लगाया कि दोनों देशोंने अपनी उन महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं किया, जिसका उन्होंने संगठन का सदस्य बनने से पहले वादा किया था. चीन 2001 में और रूस 2012 में डब्ल्यूटीओ के सदस्य बने थे.
देशों द्वारा डब्ल्यूटीओ नियमों के अनुपालन संबंधी वार्षिक रपट जारी करते हुए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर ने कहा कि चीन और रूस डब्ल्यूटीओ द्वारा समर्थित बाजार उन्मुख आर्थिक नीतियों को अपनाने में नाकाम रहे हैं और वे अपनी प्रतिबद्धताओं के साथ दृढ़ नहीं है.
उन्होंने कहा, "अमेरिका उन सभी डब्ल्यूटीओ सदस्य देशों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है जो नियमों को बनाने और उसे लागू करने के लिए डब्ल्यूटीओ के उपयोग करने के हमारे लक्ष्य को साझा करते हैं." दो देश-विशेष रिपोर्ट की विषयवस्तु की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यापार प्रणाली को उन प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से खतरा है जो अपने बाजार को व्यापार के लिए नहीं खोलना चाहती हैं.