Vistara CEO To Employees: कन्नन ने कहा कि नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत चुनौतीपूर्ण रही. 31 मार्च से 2 अप्रैल तक परिचालन में परेशानी का सामना करना पड़ा. हमें चीजों की बेहतर योजना बनानी चाहिए थी.
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Vistara Crisis: विस्तारा एयरलाइन की सबसे खराब स्थिति पीछे छूट गई है और अब इसमें सुधार हो रहा है. यह कहना है विस्तारा एयरलाइन के सीईओ (CEO) विनोद कन्नन का. एयरलाइन के सीईओ विनोद कन्नन ने पिछले दिनों फ्लाइट संचालन में हुई परेशानियों के बाद कर्मचारियों से गुरुवार को कहा कि सबसे खराब स्थिति पीछे रह गई है और अब परिचालन में स्थिर हो चुका है. पायलटों की समस्याओं ने टाटा ग्रुप की एयरलाइन को अस्थायी रूप से क्षमता में 10 प्रतिशत या प्रतिदिन 25-30 उड़ानों की कटौती करने के लिए मजबूर कर दिया था.
चीजों की बेहतर योजना बनाई जानी चाहिए थी
कन्नन ने कहा कि नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत बेहद चुनौतीपूर्ण रही है. एयरलाइन को 31 मार्च से 2 अप्रैल तक अहम परिचालन में परेशानी का सामना करना पड़ा. यह स्वीकार करते हुए कि चीजों की बेहतर योजना बनाई जानी चाहिए थी, कन्नन ने कहा कि इससे काफी कुछ सीखने को मिला. उन्होंने कर्मचारियों को दिये मैसेज में कहा, ‘हमारे ग्राहकों की तरफ से महसूस की गई चिंता और हताशा उस दर्द के बाराबर है जिसे हमने अपने ब्रांड की अलग-अलग हलकों में होती नकारात्मक टिप्पणी सुनकर महसूस किया.
एयरलाइन के बेड़े में 70 विमान
उन्होंने कहा मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सबसे खराब स्थिति अब पीछे छूट गई है और 9 अप्रैल 2024 को हमारे ऑन-टाइम प्रदर्शन (OTP) के बढ़कर 89 प्रतिशत होने के साथ ही हमारा परिचालन स्थिर हो गया. एयरलाइन के बेड़े में 70 विमान हैं. मौजूदा सीजन में रोजाना 300 से ज्यादा उड़ानें संचालित करनी हैं. इससे पहले पायलटों की कमी से जूझ रही विस्तारा एयरलाइन को एयर इंडिया की तरफ से मदद मिलने की बात सामने आई.
टाटा ग्रुप के मालिकाना हक वाली एयर इंडिया (Air India) छोटे साइज के ए320 प्लेन (A320) के कुछ पायलटों को विस्तारा में भेजने का प्लान किया है. मीडिया रिपोर्ट से जानकारी सामने आई कि विस्तारा पिछले कुछ समय से पायलटों की कमी से जूझ रही है. इन पायलटों को डेपुटेशन पर भेजा जाएगा. इसके लिए जरूरी रेग्युलेटरी अप्रूवल लिये जाएंगे. हालांकि, इस बारे में (एयर इंडिया और विस्तारा ने कोई बयान नहीं दिया है. सूत्रों ने बताया कि विस्तारा में डेपुटेशन में भेजे जाने वाले पायलटों की संख्या 30 से ज्यादा हो सकती है.