BTS के लिए ऐसी दीवानगी? 3 लड़कियों ने कर दिया कांड, कहानी फिल्मी है...
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BTS के लिए ऐसी दीवानगी? 3 लड़कियों ने कर दिया कांड, कहानी फिल्मी है...

K Pop BTS: इन तीन स्कूली छात्राओं ने कोरियाई बीटीएस बैंड से मिलने के लिए सारी हदें पार कर दी. हालांकि ये नहीं जानती थीं कि उनका उठाया एक गलत कदम उनकी पूरी जिंदगी तबाह कर सकता है. खैर मामले का खुलासा होने के बाद इस कांड की चर्चा पूरे देश में हो रही है.

BTS के लिए ऐसी दीवानगी? 3 लड़कियों ने कर दिया कांड, कहानी फिल्मी है...

K Pop Band: जमाना कोई भी हो पॉप बैंड’ की दीवानगी भारतीय युवाओं के सर चढ़कर बोलती है. इसकी ताजा मिसाल सा्मने आई महाराष्ट्र के संभाजीनगर में जहां पॉप बैंड बीटीएस के मेंबर्स से मिलने के लिए तीन लड़कियों ने खुद के अपहरण का नाटक रच दिया. महाराष्ट्र की तीन नाबालिग लड़कियों ने कथित तौर पर अपने अपहरण का नाटक रचा ताकि पैसे अर्जित कर वे दक्षिण कोरिया के लोकप्रिय पॉप बैंड BTS के सदस्यों से मिल सकें. 

घर छोड़ा... पैसे चुराए... क्या-क्या नहीं किया?

ओमेरगा थाने के एक अधिकारी ने बताया कि धाराशिव जिले की रहने वाली इन लड़कियों में से एक की उम्र 11 साल और दो की 13 साल है. उन्होंने कहा कि तीनों लड़कियों ने अपने पसंदीदा पॉप बैंड के सदस्यों से मिलने की खातिर दक्षिण कोरिया जाने के लिए रुपये कमाने के मकसद से पुणे जाने की योजना बनाई थी. उन्होंने बताया कि धाराशिव पुलिस की हेल्पलाइन नंबर पर 27 दिसंबर को एक व्यक्ति ने फोन कर यह दावा किया कि जिले के ओमेरगा तालुका से तीन लड़कियों को जबरन एक स्कूल वैन में ले जाया गया है.

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फिल्मी स्टाइल में पकड़ी गईं

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और पाया कि वह एक महिला का फोन नंबर था, जो ओमेरगा से पुणे जा रही राज्य परिवहन बस में यात्रा कर रही थी. अधिकारी ने बताया कि राज्य के सोलापुर जिले के मोहोल क्षेत्र से गुजरते समय उन्होंने बस का पता लगा लिया. उन्होंने बताया कि ओमेरगा पुलिस ने मोहोल स्थित अपने समकक्षों के साथ-साथ बस स्टैंड पर दुकान लगाने वाली एक महिला से भी संपर्क किया.

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इसके बाद महिला की मदद से तीनों लड़कियों को बस से उतारकर स्थानीय थाने ले जाया गया. अधिकारी ने बताया कि बाद में ओमेरगा पुलिस टीम नाबालिग के अभिभावकों के साथ वहां पहुंची. अधिकारी ने बताया कि अगले दिन पुलिस ने लड़कियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उनकी पुणे जाकर वहां काम करने और धन कमाने की योजना थी, जिस रुपये से वे दक्षिण कोरिया जाकर बीटीएस बैंड के सदस्यों से मिल सकें. भाषा

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