BBA Vs BCom: कॉलेज में कोर्स चुनना जरा मुश्किल होता है. कॉमर्स से 12वीं पास करने वाले ज्यादातर स्टूडेंट्स बीबीए या बीकॉम करते हैं, जिनमें कुछ सिमिलेरिटी हैं तो कुछ डिफरेंस भी हैं. आइए जानते हैं कि जॉब के लिहाज से इन दोनों में से क्या बेहतर है...
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Difference Between BBA And BCom: 12वीं के बाद सही कोर्स का सिलेक्शन कर पाना बहुत ही मुश्किल होता है. इस एक फैसले का असर आगे की पूरी जिंदगी पर होता है. कॉमर्स से 12वीं पास करने वाले ज्यादातर स्टूडेंट्स बीबीए या बीकॉम कोर्स में एडमिशन लेते हैं. मैनेजमेंट या अकाउंट्स के क्षेत्र में करियर बनाने वाले स्टूडेंट्स के लिए बीबीए या बीकॉम कोर्स पसंदीदा ऑप्शन होते हैं. हालांकि, ये दोनों ही 3 साल के ग्रेजुएशन कोर्सेस हैं, लेकिन दोनों में कुछ अंतर हैं जो आपके सैलरी पैकेज पर असर डालते हैं. अगर आपको इन दोनों कोर्सेस में कुछ कंफ्यूजन हैं तो यहां जानिए इन दोनों में क्या है अंतर और कौन है बेहतर, जिससे आपको सही फैसला लेने में मदद मिलेगी.
बीबीए और बीकॉम में फर्क
देश के ज्यादातर डिग्री कॉलेज बीबीए और बीकॉम दोनों कोर्स कराते हैं. बीबीए का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन है. जबकि, बीकॉम का बैचलर ऑफ कॉमर्स है. बीबीए और बीकॉम कोर्स की फीस यूनिवर्सिटी या कॉलेज की लोकेशन और रैंक पर डिपेंड करती है.
सिलेबस का फोकस
बीबीए के सिलेबस में बिजनेस मैनेजमेंट, मार्केटिंग, ह्यूमन रिसोर्सेस और फाइनेंस की जानकारी पर फोकस होता है.
जबकि, बीकॉम सिलेबस में कॉमर्स, अकाउंटिंग, फाइनेंस और इकोनॉमिक्स पर जोर दिया जाता है.
स्टडी एरिया
बीबीए में बिजनेस मैनेजमेंट, मार्केटिंग और ह्यूमन रिसोर्सेस मुख्य अध्ययन क्षेत्र हैं.
जबकि, बीकॉम में अकाउंटिंग, फाइनेंस, ऑडिटिंग और कमर्शियल लॉ के बारे में पढ़ाया जाता है.
करियर ऑप्शन
बीबीए में बिजनेस मैनेजमेंट, मार्केटिंग और ह्यूमन रिसोर्सेस जैसे क्षेत्रों में आप एकसपर्टिज हासिल करते हैं, जिससे इनमें आगे बेहतर करियर ऑप्शन मिलते हैं.
बीकॉम में अकाउंटिंग, फाइनेंस, ऑडिटिंग, कमर्शियल बैंकिंग में विशेषज्ञता हासिल करके इन क्षेत्रों में करियर बनाने का मौका मिलता है.
कोर्स करने के लिए जरूरी योग्यता
बीबीए और बीकॉम दोनों ही कोर्स में एडमिसन लेने के लिए 12वीं में कॉमर्स या साइंस स्ट्रीम होना जरूरी है. जानकारी के मुताबिक कुछ कॉलेज बीबीए में आर्ट्स स्टूडेंट्स को भी दाखिला देते हैं. बशर्ते उनका 12वीं इकोनॉमिक्स विषय होना चाहिए.
बिजनेस स्किल्स
बीबीए: बिजनेस मैनेजमेंट, लीडरशिप, ह्यूमन रिसोर्सेस
बीकॉम: अकाउंटिंग, फाइनेंस, ऑडिटिंग
हायर एजुकेशन ऑप्शन
बीबीए कोर्स करने के बाद आप हायर एजुकेशन के तौर पर एमबीए और पीजीडीएम की पढ़ाई कर सकते हैं.
जबकि, बीकॉम करने के बाद एमकॉम, सीए, आईसीडब्ल्यूए जैसे कोर्स कर सकते हैं.
बीबीए ग्रेजुएट की सैलरी
बिजनेस मैनेजमेंट में 4-6 लाख, मार्केटिंग में 4-7 लाख, ह्यूमन रिसोर्सेस में 3-5 लाख और फाइनेंस में 5-8 लाख रुपये तक सालाना एवरेज सैलरी हो सकती है.
बीकॉम ग्रेजुएट की सैलरी
अकाउंटिंग में 3-5 लाख, फाइनेंस में 4-7 लाख, ऑडिटिंग में 4-6 लाख और कमर्शियल बैंकिंग में 5-8 लाख रुपये सालाना तक एवरेज सैलरी पैकेज हो सकता है.