Navodaya Vidyalaya: दोस्ती हो तो ऐसी! एक साथ आ गए तो बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड
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Navodaya Vidyalaya: दोस्ती हो तो ऐसी! एक साथ आ गए तो बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड

Jawahar Navodaya Vidyalaya: नवोदय विद्यालय में छठी क्लास में स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाता है. साथ ही स्कूल में 3 भाषाओं में पढ़ाई होती है.

Navodaya Vidyalaya: दोस्ती हो तो ऐसी! एक साथ आ गए तो बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड

Jawahar Navodaya Vidyalaya Meet: जी हां! आपने एक दम सही पढ़ा है. हम ऐसी ही दोस्ती के बारे में बात कर रहे हैं जिसमें स्टूडेंट्स साथ आए तो वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया. दरअसल हम जवाहर नवोदय विद्यालय की बात कर रहे हैं. जेएनवी की एलुमनी मीट 'नवोत्सव 3.0'  का आयोजन किया  गया था. इस एलुमनी मीट में 1987 से अब तक के स्टूडेंट्स शामिल हुए थे. इसे अब तक का सबसे बड़ा पूर्व छात्र मिलन समारोह बताया जा रहा है.

इस दौरान वर्ल्ड बुक ऑफ एक्सीलेंस, यूके की एक टीम भी इस प्रोग्राम में मौजूद रही थी. जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारतीय राज्यों सहित देश के अलग अलग हिस्सों से स्टूडेंट आए थे. एलुमनी मीट में डॉक्टर, सीए, सीएस, बिजनेसमैन, टीचर, प्रोफेसर समेत हर क्षेत्र के जुडे़ पूर्व छात्र शामिल हुए.

नवोदय की बदौलत सांसद बना
एलुमनी मीट में नवोदय के पूर्व छात्र और वर्तमान में होशंगाबाद के सांसद दर्शन सिंह चौधरी भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि "एक छोटे से गांव से निकलकर आज सांसद बनने में जवाहर नवोदय विद्यालय की बड़ी भूमिका है और मैं इसके लिए नवोदय का कर्जदार हूं."

जवाहर नवोदय विद्यालय की शुरूआत 1986 में की गई थी. इसके ज़रिए ग्रामीण इलाकों में प्रतिभावान स्टूडेंट्स की खोज कर उन्हें बेहतर एजुकेशन देना उद्देश्य था. इसको नवोदय विद्यालय समिति संचालित करती है. सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा में नवोदय विद्यालय के छात्रों का रिजल्ट हमेशा अच्छा रहता है. नवोदय विद्यालय में छठी क्लास में स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाता है. साथ ही स्कूल में 3 भाषाओं में पढ़ाई होती है. पूरे देश में 660 से ज्यादा नवोदय विद्यालय है.  मध्यप्रदेश के नवोदयों के पूर्व छात्रों का ग्रुप मध्यप्रदेश एलुमनी एसोसिएशन ऑफ नवोदय (मान) ने इसका आयोजन किया. इंदौर में नवोत्सव का तीसरा आयोजन था.

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