पाकिस्तान में UPSC की तरह है यह परीक्षा, 2% उम्मीदवार ही हो जाते हैं पास, 50% मार्क्स लाने में छूट जाते हैं पसीने
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पाकिस्तान में UPSC की तरह है यह परीक्षा, 2% उम्मीदवार ही हो जाते हैं पास, 50% मार्क्स लाने में छूट जाते हैं पसीने

Exam like UPSC in Pakistan: पाकिस्तान के संघीय लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित किया जाने वाला सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज एग्जाम भारत की यूपीएससी परीक्षा के समान है. इस परीक्षा में लगभग 2% उम्मीदवार ही पास हो पाते हैं.

पाकिस्तान में UPSC की तरह है यह परीक्षा, 2% उम्मीदवार ही हो जाते हैं पास, 50% मार्क्स लाने में छूट जाते हैं पसीने

Pakistan Central Superior Services Exam: सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज (CSS) परीक्षा पाकिस्तान की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है, जिसे देश की सिविल सेवा में उच्च सरकारी पदों पर नियुक्ति के लिए आयोजित किया जाता है. इसे पाकिस्तान का UPSC कहा जाता है, क्योंकि इसका फॉर्मेट और महत्व भारत की UPSC सिविल सेवा परीक्षा के समान है, जो प्रशासनिक अधिकारियों की भर्ती करती है. CSS परीक्षा पाकिस्तान के संघीय लोक सेवा आयोग (Federal Public Service Commission - FPSC) द्वारा संचालित की जाती है, और इसे देश के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और सरकारी एजेंसियों में उच्च पदों पर अधिकारियों की नियुक्ति के लिए एक स्टैंडर्ड प्रोसीजर माना जाता है.

सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज परीक्षा का स्ट्रक्चर

CSS परीक्षा एक कॉम्प्रिहेंसिव और काफी कठिन प्रक्रिया है, जो कई चरणों में विभाजित होती है. यह परीक्षा मुख्यतः तीन चरणों में आयोजित की जाती है:

1. रिटन एग्जाम: यह सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है, जिसमें उम्मीदवारों को विभिन्न विषयों पर आधारित 12 पेपर देने होते हैं. इन पेपरों में 6 कंपलसरी और 6 ऑप्शनल होते हैं. कंपलसरी सब्जेक्ट्स में इंग्लिश एस्से राइटिंग, इंग्लिश प्रीसिस एंड कंपोजिशन, जनरल साइंस, करंट अफेयर्स, पाकिस्तान अफेयर्स एंड इस्लामिक स्टडीज (या नॉन-मुस्लिम उम्मीदवारों के लिए दूसरे सब्जेक्ट) शामिल होते हैं. ऑप्शनल सब्जेक्ट्स को उम्मीदवार अपने इंटरेस्ट और एक्सपर्टाइज के आधार पर चुन सकते हैं, जो विभिन्न विषयों जैसे साइंस, ह्यूमेनिटिज, लॉ, एडमिनिस्ट्रेशन, आदि से होते हैं.

2. साइकोलॉजिकल टेस्ट एंड ग्रुप डिस्कशन: रिटन एग्जाम में पास होने के बाद उम्मीदवारों को इस चरण से गुजरना होता है. इसमें उनकी मेंटल एबिलिटी, लीडरशिप स्किल, और प्रॉब्लम सॉल्विंग एबिलिटी को टेस्ट किया जाता है. वहीं, ग्रुप डिस्कशन में उनके टीमवर्क, फैसला लेने की क्षमता और विचारों की स्पष्टता का मूल्यांकन होता है.

3. इंटरव्यू: आखिरी चरण में उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया जाता है, जहां उनके पर्सनेलिटी, कॉन्फिडेंस, सोशल, नेशनल और इंटरनेशनल मुद्दों की समझ का आकलन किया जाता है. यह एक कॉम्प्रिहेंसिव प्रोसेस होता है, जो उम्मीदवार की पर्सनेलिटी के सभी पहलुओं की जांच करता है.

लगभग 2 प्रतिशत उम्मीदवारों का ही होता है सेलेक्शन
सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज परीक्षा भारत की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा जितनी ही कठिन है. इस परीक्षा को पास करने के लिए 1200 में से कम से कम 600 मार्क्स लाने होते हैं, जिसमें अधिकतर उम्मीदवारों के पसीने छूट जाते हैं. इस परीक्षा की पासिंग परसेंटेज भी काफी कम है. पिछले कुछ साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो लगभग 2 प्रतिशत उम्मीदवार ही यह परीक्षा पास कर पाते हैं. साल 2019 में 14,521 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें से केवल 214 (1.47%) उम्मीदवार ही इस परीक्षा को पास करने में सफल हो पाए थे.

महत्व और प्रतिष्ठा
CSS परीक्षा को पाकिस्तान में अत्यधिक प्रतिष्ठा प्राप्त है क्योंकि यह उन अधिकारियों की नियुक्ति करती है जो देश के प्रशासनिक ढांचे की रीढ़ माने जाते हैं. CSS पास करने वाले उम्मीदवारों को पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा (Pakistan Administrative Service - PAS), पुलिस सेवा (Police Service of Pakistan - PSP), विदेश सेवा (Foreign Service of Pakistan - FSP) सहित अन्य प्रतिष्ठित सेवाओं में नियुक्त किया जाता है.

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