कभी गुलामी और गरीबी में पला, आज दुनिया के सबसे दौलतमंद देशों में से एक, यहीं हैं सबसे ज्यादा करोड़पति लोग
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कभी गुलामी और गरीबी में पला, आज दुनिया के सबसे दौलतमंद देशों में से एक, यहीं हैं सबसे ज्यादा करोड़पति लोग

Richest Country: हर साल लाखों लोग विदेश जाते हैं. जब भी छुट्टियां बिताने के लिए भारत से बाहर जाने की बात आती है, तो सबसे पहले सिंगापुर का नाम आता है. यह बहुत खूबसूरत और धनी देश है, लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं था. आइए जानते हैं कैसे हुआ इतना दौलतमंद...

कभी गुलामी और गरीबी में पला, आज दुनिया के सबसे दौलतमंद देशों में से एक, यहीं हैं सबसे ज्यादा करोड़पति लोग

Singapore Country Of Millionaires: दुनिया में करीब 200 देश है, जो अपनी अलग-अलग खासियतों के वजह से जाने जाते हैं. आज हम आपको दुनिया के एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी गिनती दौलतमंद देशों में होती है, लेकिन ये देश हमेशा से इतना अमीर नहीं था. कभी इसने भी गुलामी का दंश झेला और ये भी गरीबी के साए में पला-बढ़ा है.  कभी बेहद गरीब देशों में आने वाला सिंगापुर, आज यह अपनी एक अलग पहचान स्थापित करने में कामयाब रहा. जानिए आखिर कैसे गरीबी की बेड़ियां तोड़कर सिंगापुर सबसे अमीर देशों में शुमार हो गया... 

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सिंगापुर दौरे पर गए थे, जिसके बाद से यह ज्यादा ही सुर्खियों में है. हर भारतीय सिंगापुर जाने का सपना अपने जीवन में कभी न कभी देखता ही है. सिंगापुर  दक्षिण एशिया में मलेशिया और इंडोनेशिया के बीच में स्थित है. 

आज पूरी दुनिया को कर रहा आकर्षित 
एक खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस होने के साथ ही आज सिंगापुर की गिनती सबसे दौलतमंद देशों में होती है. हर साल नौकरी की तलाश में भी कई लोग सिंगापुर जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूरी दुनिया को आकर्षित करने वाला सिंगापुर कभी बहुत गरीब देश हुआ करता था. 

सिंगापुर का इतिहास
इंडिया की आजादी के कुछ सालों बाद 1959 में इसे स्वतंत्रता मिली. साल 1963 में यह मलेशिया संघ में शामिल हो गया. इसके बाद 1965 में सिंगापुर ने संघ से अलग होने का फैसला लिया और स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में सिंगापुर गणराज्य की स्थापना की. 

दूसरे एशिआई देशों की तरह सिंगापुर भी लंबे समय तक ब्रिटेन का गुलाम रहा. जब सिंगापुर आजाद हुआ था, तब यहां बहुत गरीबी थी, लेकिन इसने तेजी से विकास की ओर कदम बढ़ाए. सिंगापुर आज जिस जगह पर खड़ा है, उसका श्रेष यहां के सबसे पहले प्रधानमंत्री ली कुआन यू को ेदिया जाता है. 

ऐसे बदले सिंगापुर के हालात
आजादी के बाद से ही सिंगापुर भी विकास की राह पर तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है. पहले दो दशकों में यहां की अर्थव्यवस्था हर साल करीब 10 फीसदी की दर से बढ़ी है. यहां पहले मसालों, टिन और रबर का कारोबार होता था, जिसक बाद फार्मास्यूटिकल्स में भी कदम रखे. साल 1975 तक  सिंगापुर ने एक बड़ा औद्योगिक आधार तैयार कर लिया था. एक रिपोर्ट के मुताबिक 1965 तक जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी 14 से बढ़कर 22 प्रतिशत हो गई थी.

सिंगापुर में रहते हैं सबसे ज्यादा मिलिनेयर
सिंगापुर के ज्यादातर लोग बहुत पैसे वाले हैं. आज सिंगापुर का हर छठा परिवार करोड़पति है. सिंगापुर सरकार की माने तो 2023 में यहां खुद का घर खरीदने वाले लोग 89.7 प्रतिशत है. कैपिटा जीडीपी के मामले में यूके, फ्रांस और अमेरिका जैसी सुपरपॉवर से भी आगे है. एक अनुमान के मुताबिक 2030 तक दुनिया में सबसे ज्यादा करोड़पति यहीं पर होंगे.

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