कौन हैं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली सृष्टि प्रगट? बढ़ाई भारत की शान, US में मिला अवॉर्ड
Advertisement
trendingNow12244097

कौन हैं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली सृष्टि प्रगट? बढ़ाई भारत की शान, US में मिला अवॉर्ड

भोपाल की रहने वाली सृष्टि प्रगट को वीमेन चाइल्ड राइट, यूथ एम्पावरमेंट और सोशल जस्टिस जैसे मुद्दों पर काम करने के लिए विजनरी समिट की टॉप 20 फीमेल लीडर्स की लिस्ट में जगह दी गई है.

कौन हैं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली सृष्टि प्रगट? बढ़ाई भारत की शान, US में मिला अवॉर्ड

Srishti Pragat: आज के जमाने में महिलाएं पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं. वे दुनिया की सारी बंदिशों को तोड़कर आजाद ख्याल के साथ बड़े-बड़े मुकाम हासिल करती जा रही हैं. महिलाओं ने यह साबित कर दिया है कि वे घर संभालने के साथ-साथ देश को संभालने का भी माददा रखती हैं. मुश्किलों के आगे ना झुकने वाली 28 साल की सृष्टि प्रगट (Srishti Pragat) भी उन्हीं महिलाओं में से एक है. सृष्टि आज के समय में महिलाओं से जुड़े सभी अहम मुद्दों पर काम रही है और उन्हें उसके इसी काम के लिए विजनरी समिट में टॉप 20 फीमेल लीडर्स की लिस्ट में जगह दी गई है. उन्होंने यह मुकाम करीब 150 महिलाओं को पछाड़ने के बाद हासिल किया है.

पिछले 5 सालों से चला रही NGO 
सृष्टि प्रगट पिछले 5 सालों से स्काई सोशल (Sky Social) नाम का एक NGO चला रही हैं, जहां पर वह वीमेन चाइल्ड राइट, यूथ एम्पावरमेंट और सोशल जस्टिस जैसे मुद्दों पर काम करती हैं. सृष्टि भोपाल की रहने वाली हैं और उन्होंने अपनी स्कूलिंग वहीं से पूरी की है. स्कूलिंग पूरी करने के बाद सृष्टि ने एक्सीलेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद सृष्टि लंदन चली गई, जहां उन्होंने डेवलपमेंट स्टडी की पढ़ाई की.

स्टेट एक्शन प्लान बनाने में निभाई अहम भूमिका
डेवलपमेंट स्टडी की पढ़ाई करने के बाद सृष्टि ने देश के अलग-अलग इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर काम किया. सृष्टि ने सरकार के साथ मिलकर पॉलिसी बनाने से लेकर यूनिसेफ के यूथ प्रोग्राम में काम करने तक, बहुत से सामाजिक मुद्दों पर अपना योगदान दिया है. उन्होंने पंचायतों की स्कीम तैयार करने में भी मदद की है. इसके अलावा उनका एनजीओ स्टेट एक्शन प्लान बनाने में भी अहम भूमिका निभा चुका है.

कहा महिलाएं हो रही आत्म-निर्भर
सृष्टि का कहना है कि पहले के मुकाबले चीजों में सुधार आ रहा है. महिलाएं आत्म-निर्भर हो रही हैं, लेकिन तमाम योजनाएं, जो चलाई जा रही हैं, उनमें अभी भी गैप देखने को मिल रहा है. हालांकि, लोगों में बदलाव आ रहा है, लेकिन अभी भी सुधार आना बाकी है.

150 महिलाओं को पछाड़ भारत का नाम किया रोशन
दरअसल, विजनरी समिट को वायटल वॉयस द्वारा आयोजित किया गया था. इस प्रोग्राम के लिए साल 2023 में सृष्टि ने अप्लाई किया था. बता दें कि विजनरी समित प्रोग्राम के तहत कुल 50 महिलाओं को चुना जाता है, जो अलग-अलग क्षेत्रों में अपना योगदान दे रही होती हैं. इसी प्रोग्राम के तहत सृष्टि की ट्रेनिंग हुई और उनके काम को देखते हुए ही उन्हें यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका (USA) इनवाइट किया गया. बता दें कि इस प्रोग्राम के लिए करीब 150 महिलाओं ने अप्लाई किया था, जिसमें सारे राउंड क्लियर करने के बाद सृष्टि ने टॉप 20 लीडर्स की लिस्ट में जगह बनाकर भारत का नाम रोशन किया है.

Trending news