Success Story: गूगल में कर रहा था 2 करोड़ सैलरी की नौकरी, 29 साल की उम्र में ले लिया रिटायरमेंट
Advertisement
trendingNow12413913

Success Story: गूगल में कर रहा था 2 करोड़ सैलरी की नौकरी, 29 साल की उम्र में ले लिया रिटायरमेंट

Daniel George IIT Bombay: अगस्त 2023 में, 29 साल की उम्र में, जॉर्ज ने जेपी मॉर्गन को छोड़ने का फैसला किया और थर्डइयर एआई नाम के एक स्टार्टअप की को-फाउंडर बने.

Success Story: गूगल में कर रहा था 2 करोड़ सैलरी की नौकरी, 29 साल की उम्र में ले लिया रिटायरमेंट

who is Daniel George: मात्र 24 साल की उम्र में, डैनियल जॉर्ज 265,000 डॉलर (2.2 करोड़ रुपये) के वेतन पैकेज के साथ Google में मोटी सैलरी वाली नौकरी प्राप्त करने के बाद पहले से ही समय से पहले रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे थे. 2015 में इंजीनियरिंग फिजिक्स में डिग्री के साथ IIT बॉम्बे से ग्रेजुएट होने के बाद, जॉर्ज ने पैसे बचाना और अपने भविष्य की प्लानिंग बनाना शुरू कर दिया. 2018 में, उन्होंने Google X में काम करना शुरू किया, जहां उन्होंने फ्री खाना, पीना और एंटरटेनमेंट फैसेलिटीज जैसे शानदार फायदों का आनंद लिया.

अपने करियर के एक साल बाद, जॉर्ज ने फाइनेंस और टैक्स में इंटरेस्ट लिया. उन्होंने महसूस किया कि उनकी आय का लगभग आधा हिस्सा टैक्स में जा रहा था, जिसके कारण उन्होंने अपने रिटायमेंट अकाउंट को मैक्सिमम करना शुरू कर दिया और अपने टैक्स के बोझ को कम किया. अपनी मोटी सैलरी के बावजूद, वह अपने खर्चों को अपनी आय के 10 फीसदी से कम रखने में कामयाब रहे. कारों या महंगे घरों जैसी चीजों पर पैसे खर्च करने के बजाय, जॉर्ज ने ज्यादा किफायती विकल्प चुने. वह काम पर पैदल या साइकिल से जाता था, किराए पर बचत करने के लिए एक अपार्टमेंट शेयर करता था, और Google में फ्री खाने का पूरा फायदा उठाता था.

अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा लगातार बचाकर और निवेश करके, जॉर्ज सालाना 75,000 डॉलर से ज़्यादा टैक्स-एडवांटेज अकाउंट में जमा करने में कामयाब रहे. 2020 तक, उन्होंने इतनी संपत्ति जमा कर ली थी कि वे जल्दी रिटायरमेंट लेने पर विचार कर सकते थे. हालांकि, अपनी फ्यूचर वाइफ से मिलने के बाद, जो Google में AI साइंटिस्ट के तौर पर भी काम करती थीं, उन्होंने अमेरिका में ही रहने और अपनी संपत्ति बढ़ाने का फ़ैसला किया.

2020 में, जॉर्ज जेपी मॉर्गन में एप्लाइड एआई प्रॉजेक्ट को लीड करने के लिए शामिल हुए, जिससे उनकी आमदनी प्रभावी रूप से दोगुनी हो गई. अपनी बढ़ी हुई इनकम और नेट वर्थ के बावजूद, वह मामूली जीवन जीने के लिए प्रतिबद्ध रहे. 27 साल की उम्र में, जॉर्ज ने अपनी डिसिप्लिन इनवेस्टमेंट स्ट्रेटजी और सावधानीपूर्वक खर्च करने की आदतों की बदौलत अपनी पहली मिलियन डॉलर की बचत की.

अमिताभ बच्चन की नातिन ने भारत के इस कॉलेज में लिया एडमिशन, कितनी है फीस और क्या पढ़ाई करेंगी?

अगस्त 2023 में, 29 साल की उम्र में, जॉर्ज ने जेपी मॉर्गन को छोड़ने का फैसला किया और थर्डइयर एआई नाम के एक स्टार्टअप की को-फाउंडर बने. अपने इनवेस्टमेंट से फाइनेंशियल स्टेबिलिटी और पैसिव इनकम के साथ, उन्हें लंबी छलांग लगाने में आत्मविश्वास महसूस हुआ. जॉर्ज अब मानते हैं कि उनके शुरुआती निवेशों ने उन्हें सैलरी की चिंता किए बिना अपने जुनून को आगे बढ़ाने की आजादी दी है.

Success Story: इस शहर की पहली महिला SDM हैं अपूर्वा यादव, ऐसी है इंजीनियर से अफसर बनने की कहानी

जैसा कि वह और उनकी पत्नी भविष्य की प्लानिंग करते हैं, जिसमें संभवतः एक परिवार शुरू करना भी शामिल है, उन्हें यह जानकर सिक्योरिटी महसूस होती है कि उनके इनवेस्टमेंट से उनके खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त इनकम होगी. जॉर्ज ने अपने वित्तीय फैसलों के प्रभाव पर विचार करते हुए कहा, "जल्दी निवेश करने का मतलब है कि मुझे बाद में चिंता करने की जरूरत नहीं होगी."

UPSC एग्जाम क्रैक करके बन गए IPS अफसर, फिर छोड़ दी नौकरी

Trending news