Tehsildar Salary and Facility: तहसीलदार की नौकरी मिलना कोई आसान काम नहीं है. देश में कंपटीशन बढ़ गया है. अगर आप पढ़ाई पर फोकस नहीं करेंगे तो एग्जाम क्लियर करना बहुत मुश्किल है.
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How to become Tehsildar: एक तहसीलदार अपने तहसील का राजस्व प्रभारी होता है अलग अलग राज्यों में इनके पद का नाम अलग अलग भी हो सकता है. इन्हें प्रशासन द्वारा तहसील अलॉट की जाती है. जहां इन्हें ये सब सरकारी काम करने होते है. तहसीलदार जमीन से जुड़े, टैक्स से जुड़े काम और समस्याओं को सुलझाना, प्राकृतिक आपदाओं के कारण नुकसान, डॉक्यूमेंट संबंधित काम और भी कई दूसरे काम तहसीदार के माध्यम से जाते हैं.
एक तहसीलदार बनने के लिए बेसिक योग्यता की बात करें तो कैंडिडेट किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से किसी भी स्ट्रीम में ग्रेुजएट होना चाहिए. इसके अलावा कंप्यूटर की नॉलेज होनी चाहिए और जिस क्षेत्र में रहते हैं वहां की क्षेत्रीय भाषा की पूरी जानकारी होनी चाहिए. तहसीलदार बनने के लिए एग्जाम देने वाले कैंडिडेट की आयु कम से कम 21 साल और अधिकतम 40 साल रखी गई है. वहीं सरकारी नियमों के मुताबिक रिजर्व कैटेगरी के कैंडिडेट को आयु सीमा में छूट दी जाएगी.
तहसीलदार की नौकरी मिलना कोई आसान काम नहीं है. देश में कंपटीशन बढ़ गया है. अगर आप पढ़ाई पर फोकस नहीं करेंगे तो एग्जाम क्लियर करना बहुत मुश्किल है. तहसीलदार के पद के लिए सबसे ज्यादा तो आपकी उम्र और शिक्षा है लेकिन इसके अलावा इसके लिए वैकेंसी होना भी बहुत जरूरी है.
यदि किसी राज्य में तहसीलदार की जरूरत होती है तो उस राज्य का सर्विस कमीशन इसका विज्ञापन जारी करवाता है. यदि किसी राज्य में नायब तहसीलदार की भर्ती हो रही हो तो भी आपको आवेदन देना चाहिए. जब भी किसी राज्य में तहसीलदार की वैकेंसी होती है तो ज्यादातर नायब तहसीलदार का प्रमोशन किया जाता है. तहसीलदार के पदों पर कई बार सीधी भर्ती भी की जाती है लेकिन इसके लिए उम्मीदवार को सिविल सेवा परीक्षा देनी होती है और क्लियर करना होता है. भर्ती की प्रक्रिया राज्य के वैकेंसी के मुताबिक होती है.
तहसीलदार बनने के लिए चयन प्रक्रिया
तहसीलदार बनने के लिए एक चयन प्रक्रिया से गुजरना होता है. जिसमें कई राउंड होते हैं जिन्हें क्लियर करने के बाद आप Tahsildar बन सकते हैं. इसके बारे में स्टेप बाई स्टेप यहां बताया गया है. तहसीलदार बनने के लिए संबंधित राज्य की लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करनी पड़ती है.
स्क्रीनिंग टेस्ट
जब वैकेंसी निकलती है तो आवेदन करने के बाद सबसे पहले यह एग्जाम होता है. इसे स्क्रीनिंग टेस्ट भी कहते हैं. इसे क्लियर करने वालों को अगले राउंड के एग्जाम में बैठने का मौका मिलता है. इसमें उम्मीदवारों से जनरल नॉलेज के करीब 150 बहुविकल्पीय सवाल पूछे जाते है जिनके लिए उन्हें 2 घंटे का समय मिलता है. यह परीक्षा के रिजल्ट पे आधारित है की उम्मीदवार अगले राउंड की परीक्षा के लायक है या नहीं.
मुख्य परीक्षा
जो कैंडिडेट प्री या स्क्रीनिंग टेस्ट क्लियर कर लेते हैं उन्हें फिर मेन्स एग्जाम देना होता है. इसमें कुल 4 पेपर होते है जो सभी को देने अनिवार्य होते हैं और 4 में ही अच्छे नंबरों से क्लियर करना जरूरी होता है. इस परीक्षा में प्राप्त नंबर से आपकी रैंकिंग निर्धारित होती है जिसके आधार पर आगे के राउंड के लिए क्वलिफाई माने जाते हैं.
इंटरव्यू
जो कैंडिडेट स्क्रीनिंग टेस्ट और मेन्स एग्जाम क्लियर कर लेते है उन्हें आखिर में इंटरव्यू देना होता है. इसके लिए उम्मीदवार को किसी भी जगह पर बुलाया जाता है और अधिकारी उम्मीदवारों से कुछ सवाल पूछते है. इंटरव्यू में पूछे गए सवालों और आपके द्वारा दिए गए जवाबों के आधार पर मार्किंग की जाती है. इसके बाद इंटरव्यू और मेन्स एग्जाम के नंबरों के आधार पर फाइनल रिजल्ट जारी किया जाता है.
तहसीलदार की सैलरी
यदि हम तहसीलदार की सैलरी के बारे में बात करें, तो नायब तहसीलदार के रूप में उनकी सैलरी 9300 से लेकर 34,800 रुपये प्रति माह होता है. इसके साथ ही ग्रेड पे 4800 रुपये होता है. इसके अलावा नायब तहसीलदार के प्रमोशन के बाद जब तहसीलदार बनते हैं, तो उनकी सैलरी 15600 रुपये से लेकर 39100 रुपये प्रतिमाह तक होती है. साथ ही ग्रेड पे 5400 रुपये होता है. साथ ही तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के रूप में महंगाई भत्ता, यात्रा भत्ता, मकान किराया भत्ता, मेडिकल भत्ता, पेंशन, आदि लाभ प्रदान किया जाता है. हालांकि तहसीलदार के अलग अलग पदों पर अलग अलग सैलरी मिलती है.
तहसीलदार बनने के लिए तैयारी कैसे करे
तहसीलदार की तैयारी के लिए किस सब्जेक्ट की पढ़ाई किस समय करनी चाहिए. इसके लिए पहले टाइम टेबल सेट करें
आपको जनरल नॉलेज और करंट अफेयर्स पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.
रोजाना अखबार पढ़ें और मुख्य मुद्दे पर ध्यान दें.
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली घटनाओं की जानकारी होनी चाहिए.
इस परीक्षा के पुराने साल के पेपरों को हल करने का प्रयास करते रहें.
यदि आप किसी सवाल का उत्तर नहीं समझते हैं, तो आप इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं.
आप चाहें तो अच्छे कोचिंग संस्थान ज्वाइन कर सकते हैं.
आपको अपने आत्मविश्वास और धैर्य को बनाए रखना होगा, और साथ ही पढ़ाई के दौरान दिमाग को फ्री रखना होगा.
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