IAS Story: बेटी का समय बचे इसलिए पापा पढ़ते थे अखबार, अब अफसर ने बताया कामयाब होने का क्या है राज?
Advertisement
trendingNow11556336

IAS Story: बेटी का समय बचे इसलिए पापा पढ़ते थे अखबार, अब अफसर ने बताया कामयाब होने का क्या है राज?

IAS Gamini Singla Biography: गामिनी परीक्षा में अपनी सफलता का क्रेडिट अपने परिवार को देती है. वह कहती हैं कि आईएएस अधिकारी बनने के उनके सपने को उनके परिवार ने नैतिक और भावनात्मक रूप से सपोर्ट किया. 

 

IAS Story: बेटी का समय बचे इसलिए पापा पढ़ते थे अखबार, अब अफसर ने बताया कामयाब होने का क्या है राज?

IAS Gamini Singla UPSC Marksheet 2021: 30 मई, 2022 को घोषित संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा 2021 के फाइनल रिजल्ट में महिलाओं ने पहले तीन स्थान हासिल किए. जबकि श्रुति शर्मा और अंकिता अग्रवाल ने AIR 1 और AIR 2 प्राप्त किया, चंडीगढ़ की गामिनी सिंगला ने AIR 3 प्राप्त करके अपनी छाप छोड़ी. चंडीगढ़ में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा गामिनी सिंगला ने अपने दूसरे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया. 

Gamini Singla IAS Topper 2021
गामिनी सिंगला पंजाब के आनंदपुर साहिब की रहने वाली हैं. उन्होंने चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (CSE) में बी.टेक किया और 2019 में पास आउट हुईं. गामिनी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) का ऑप्शन चुना है और वह देश के विकास और लोगों के कल्याण के लिए काम करना चाहती हैं. आईएएस परीक्षा में अपने चयन से उत्साहित, उनका मानना ​​है कि महिलाएं कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ कुछ भी हासिल कर सकती हैं.

Gamini Singla- Family Background
गामिनी सिंगला के माता-पिता डॉ आलोक सिंगला और डॉ नीरजा सिंगला दोनों हिमाचल प्रदेश में मेडिकल ऑफिसर हैं और उनके भाई आईआईटी, खड़गपुर से ग्रेजुएट हैं. गामिनी परीक्षा में अपनी सफलता का क्रेडिट अपने परिवार को देती है. वह कहती हैं कि आईएएस अधिकारी बनने के उनके सपने को उनके परिवार ने नैतिक और भावनात्मक रूप से सपोर्ट किया. यह पूछे जाने पर कि तैयारी में उनके परिवार ने कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्होंने कहा- "आपको विश्वास नहीं होगा लेकिन मेरे पिता ने मेरी पढ़ाई में मेरी बहुत मदद की है. वह अखबार पढ़ते थे और मेरे लिए चीजों पर निशान लगाते थे ताकि मैं अपना समय बचा सकूं. उन्होंने सुनिश्चित किया कि मैं प्रीलिम्स या मेन्स के लिए कोई जरूरी पॉइंट नहीं छोड़ूंगी.” गामिनी का कहना है कि उनके पिता ने उनकी पढ़ाई में मदद की थी क्योंकि वह समझते थे कि प्रीलिम्स और मेन्स के लिए वास्तव में क्या जरूरी है, जिससे उन्हें अपना समय बचाने में मदद मिली.

कैसे आया अफसर बनने का ख्याल
सिंगला अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए स्थानीय सरकारी दफ्तर गई थीं. वहां उन्होंने एक ब्यूरोक्रेट को काम करते देखा और काफी प्रभावित हुईं. उन्होंने उनसे मिलने का समय मांगा ताकि इस परीक्षा की तैयारी के लिए गाइडेंस ले सकें.

कामयाब होने का क्या है राज?
अपनी तैयारी के लिए गामिनी 3 साल तक अपने दोस्तों से दूर रहीं. इस दौरान वह न तो किसी फैमिली प्रोग्राम में गईं न कहीं बाहर घूमने गईं. इसके अलावा उन्होंने सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी बंद कर दिया और थियेटर में मूवी भी देखने नहीं गईं. गामिनी ने अपना एक रूटीन तय कर लिया था उसके मुताबिक वह सुबह जल्दी उठती थीं और टेक्सटबुक पढ़ने लगती थीं. उनका पूरा फोकस तैयारी पर था और वह ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट देती थीं. इसके लिए उन्होंने यूपीएससी क्लियर करने वालों के वीडियो देखे. वह अखबार और सेल्फ हेल्प बुक भी पढ़ती थीं. इसमें उनकी फैमिली ने गामिनी का पूरा साथ दिया. वह दिम में कम से कम 10 घंटे पढ़ाई करती थीं.

नई नौकरी की तलाश में हैं तो तुरंत क्लिक करें

भारत की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की जरूरत नहीं

Trending news