IAS Sarjana and IAS Himanshu Love Story: आईएएस सरजना और आईएएस हिमांशु की लव स्टोरी यहां से हुई थी शुरू
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IAS Sarjana and IAS Himanshu Love Story: आईएएस सरजना और आईएएस हिमांशु की लव स्टोरी यहां से हुई थी शुरू

IAS Success Story: हिमांशु जैन ने यूपीएससी परीक्षा में चौथी रैंक प्राप्त कर अपने दादा का सपना पूरा किया. हिमांशु जैन मूल रूप से हरियाणा के पलवल जिले के रहने वाले हैं. उनकी कक्षा 8 तक की पढ़ाई भी यहीं से हुई.

IAS Sarjana and IAS Himanshu Love Story: आईएएस सरजना और आईएएस हिमांशु की लव स्टोरी यहां से हुई थी शुरू

UPSC Exam पास करने के बाद जब ट्रेनिंग करने के लिए lbsnaa जाते हैं तो वहां बहुत साथी मिलते हैं. इनमें कुछ दोस्त बन जाते हैं और कुछ उससे भी आगे निकल जाते हैं. आज हम एक ऐसे ही आईएएस प्रेमी जोड़े की बात कर रहे हैं जिसकी प्रेम कहानी लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन से शुरू हुई. 

आईएएस सरजना यादव ने आईएएस हिमांशु जैन के साथ सगाई की, 25 जून, 2022 को दोनों ने सगाई की. हिमांशु यादव भी एक आईएएस अधिकारी हैं, भले ही वे एक ही आईएएस बैच से हैं. उन्होंने अपनी IAS ट्रेनिंग lbsnaa में शुरू की, जहां उन्हें एक-दूसरे से प्यार हो गया, उसके बाद उन्होंने सगाई करने का फैसला किया.

हिमांशु जैन ने यूपीएससी परीक्षा में चौथी रैंक प्राप्त कर अपने दादा का सपना पूरा किया. हिमांशु जैन मूल रूप से हरियाणा के पलवल जिले के रहने वाले हैं. उनकी कक्षा 8 तक की पढ़ाई भी यहीं से हुई, फिर हिमांशु 13 साल की उम्र में दिल्ली आ गए और बाकी की पढ़ाई उन्होंने दिल्ली के लवली पब्लिक स्कूल से प्राप्त की है. उन्होंने कक्षा 10 में 10 CGPA और कक्षा 12 में 96.4% अंक हासिल किए थे. स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद हिमांशु ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से इकोनॉमिक्स में बैचलर्स की डिग्री पूरी की. ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. यह उनके दादा का सपना था कि हिमांशु बड़े होकर एक आईएएस अधिकारी बनें.

इतने दृढ़ संकल्प के साथ पढ़ाई करने के बावजूद भी जब हिमांशु ने साल 2018 में पहली बार यूपीएससी परीक्षा दी तो प्रीलिम्स क्लियर करने में भी असफल रहे थे. यूपीएससी परीक्षा के दूसरे अटेम्प्ट के लिए उन्होंने अपनी स्ट्रेटजी में बदलाव किया और इस बदलाव ने असर भी दिखाया. हिमांशु ने साल 2019 में यूपीएससी के दूसरे अटेम्प्ट में न केवल यह परीक्षा पास की बल्कि टॉप भी किया. उन्होंने महज 23 साल की उम्र में अपने कठिन परिश्रम से इस परीक्षा में चौथी रैंक हासिल की थी.

सरजना यादव ने दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. ग्रेजुएशन के बाद वे टीआरएआई (टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया) में बतौर रिसर्च अफसर काम करने लगीं. फुल टाइम जॉब के साथ ही उन्होंने यूपीएससी की भी तैयारी शुरू की. दो बार परीक्षा देने के बाद सरजना सफल नहीं हो पाई.

सरजना ने कोचिंग से मदद नहीं ली और सेल्फ स्टडी जारी रखी. 2019 में सरजना की मेहनत रंग लाई. उन्हें ऑल इंडिया 126 रैंक मिली. सरजना ने अन्य अभ्यर्थियों को सलाह देते हुए कहा कि अगर उन्हें लगता है कि उन्हें गाइडेंस की जरूरत है तो कोचिंग जॉइन करनी चाहिए.

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