चुनाव के बीच पैरोल पर बाहुबली अनंत सिंह, क्या पलट जाएगा मुंगेर का सियासी गणित?
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चुनाव के बीच पैरोल पर बाहुबली अनंत सिंह, क्या पलट जाएगा मुंगेर का सियासी गणित?

Munger Lok Sabha Seat: अनंत सिंह को 15 दिनों की पैरोल मिली है. इसका सीधा फायदा मुंगेर लोकसभा सीट पर JDU उम्मीदवार ललन सिंह को मिलने का दावा किया जा रहा है. खास बात ये है कि ललन सिंह के खिलाफ RJD ने बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनीता को मैदान में उतारा है.

चुनाव के बीच पैरोल पर बाहुबली अनंत सिंह, क्या पलट जाएगा मुंगेर का सियासी गणित?

Anant Singh Profile: जेल से बाहर निकलते ही बाहुबली अनंत सिंह ने मुंगेर लोकसभा सीट 4 लाख से ज्यादा अंतर से जीतने का दावा कर दिया. समर्थकों ने नारे बाजी और बुलडोजर से फूलों की बारिश के जरिए स्वागत किया.

अनंत सिंह को 15 दिनों की पैरोल मिली है. इसका सीधा फायदा मुंगेर लोकसभा सीट पर JDU उम्मीदवार ललन सिंह को मिलने का दावा किया जा रहा है. खास बात ये है कि ललन सिंह के खिलाफ RJD ने बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनीता को मैदान में उतारा है. इसके साथ ही इस सीट पर मुकाबला ललन सिंह और अनीता सिंह के साथ ही बाहुबली अशोक महतो और बाहुबली अनंत सिंह के बीच भी हो गया है.

अशोक महतो संभाल रहे प्रचार की कमान

सियासी लड़ाई में हर समीकरण और हर रणनीति बेहद अहम होती है. अनीता के चुनाव प्रचार की कमान खुद अशोक महतो संभाल रहे हैं. अशोक महतो ने चुनाव लड़ाने के लिए ही 20 मार्च 2024 को अनीता से शादी की, जिसकी खूब चर्चा भी हुई. अशोक महतो अपनी पत्नी की जीत का दावा लगातार कर रहे हैं लेकिन अनंत सिंह का जेल से बाहर आना मुंगेर की राजनीति को दिलचस्प बना रहा है. 

अनंत सिंह ने फिलहाल प्रचार में उतरने से इनकार किया है लेकिन उनका जेल से बाहर आना ही कई मायनों में अहम माना जा रहा है. यही वजह है कि अनंत के बाहर आते ही विपक्ष हमलावर है.

बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा,जनता सब देख रही है और इसका जवाब वो देगी. साथ ही मीडिया को बताना चाहिए कि कैसे अनंत सिंह को बीमारी के नाम पर छोड़ा गया और वे चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. अनंत सिंह के बहाने विपक्षी पार्टियां NDA को घेर रही हैं. मगर सत्ताधारी गठबंधन ने तमाम आरोपों को खारिज किया है. 

समझिए मुंगेर का समीकरण

जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा, हम लोग काम करते हैं और कानून अपना काम करता है. उन्होंने कहा कि पिछली बार जो एक सीट रह गई थी, उसे भी इस बार हम लोग ले लेंगे और उनका सूपड़ा साफ हो जाएगा. 

आरोपों की जंग अपनी जगह है और राजनीतिक लड़ाई का अपना तरीका है. मुंगेर सीट 2019 में NDA के ललन सिंह ने जीती थी. ललन सिंह को तब 5 लाख 28 हजार 762 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस की नीलम देवी को 3 लाख 60 हजार 825 वोट मिले थे. यानी ललन सिंह ने नीलम देवी को 1 लाख 67 हजार 937 वोटों से मात दी थी.

इस बार विपक्ष ने नया उम्मीदवार उतारा है. ललन सिंह के जेल से बाहर आने के बाद अब बड़ा सवाल है कि बाहुबली बनाम बाहुबली की इस लड़ाई में कामयाबी किसे मिलेगी.

कौन हैं अनंत सिंह?

बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह की कहानी गजब है. केवल नौ साल की उम्र में जेल का सफर करने वाले अनंत सिंह का अपराध से करीबी रिश्ता है. मोकामा के टाल क्षेत्र में उनका खौफ रहा है. 

छोटे सरकार अनंत सिंह को जेल आउट पैरोल पर मेडिकल ग्राउंड पर मिला है . कुख्यात अनंत सिंह पर अबतक 39 मामले दर्ज हैं और 2019 में अनंत के गांव लदमा में पुलिस की छापेमारी में AK 47, हैंड ग्रेनेड और इंसास राइफल की गोलियां मिली थीं, जिसमें 2022 में पटना के एमपी एमएलए कोर्ट ने दस साल की सजा सुनाई थी.

मुंगेर में 13 मई को होगा चुनाव

पटना के माल रोड पर अनंत सिंह विधायक होने के समय रहते थे और अब इस घर में उनकी पत्नी और मोकामा की विधायक नीलम देवी रहती हैं. अनंत सिंह को पैरोल मुंगेर लोक सभा सीट पर ललन सिंह की मदद के लिए मिली है. अनंत का इस इलाके में प्रभाव है जिसकी वजह से NDA ने अनंत को बाहर निकाला है.  13 मई को मुंगेर में चुनाव चौथे चरण में है . मुंगेर से आरजेडी के उम्मीदवार अनीता देवी कुख्यात अशोक महतो की पत्नी है और ऐसे में अनंत सिंह मुंगेर की लड़ाई को रोचक बनायेंगे

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