Dhar Loksabha Seat Elections News: धार मध्य प्रदेश की एक महत्वपूर्ण लोकसभा सीट है जो जनसंघ के संस्थापक सदस्य, कुशाभाऊ ठाकरे की जन्म और शिक्षास्थली रहा है. इस सीट पर आदिवासी मतदाताओं की संख्या अधिक होने के कारण चुनावों में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होती है.
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Dhar Loksabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश की धार लोकसभा सीट 1967 में गठन के बाद से कांग्रेस और भाजपा के बीच सत्ता संघर्ष का केंद्र रही है. पहले तीन चुनावों में, भारतीय जनसंघ ने धार पर अपना दबदबा बनाया. 1980 से 1991 तक, कांग्रेस ने लगातार चार चुनाव जीते. 1996 में भाजपा ने वापसी की, लेकिन 1998 और 1999 में कांग्रेस ने फिर से जीत हासिल की.
2004 में, भाजपा ने धार पर अपना कब्जा जमा लिया, लेकिन 2009 में कांग्रेस ने फिर से जीत हासिल की. 2014 और 2019 में, भाजपा ने लगातार दो बार जीत हासिल करते हुए अपनी पकड़ मजबूत कर ली. इस सीट पर आदिवासी मतदाताओं की संख्या अधिक होने के कारण चुनावों में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होती है.
जनसंघ का गढ़ और सियासी उलटफेर का इतिहास
धार, मध्य प्रदेश की एक महत्वपूर्ण लोकसभा सीट है, जो अपनी राजनीतिक उथल-पुथल के लिए प्रसिद्ध है. यह क्षेत्र जनसंघ के संस्थापक सदस्य, स्व. कुशाभाऊ ठाकरे की जन्म और शिक्षास्थली रहा है.
1967 में, धार के मतदाताओं ने कांग्रेस नेता जमुना देवी को हराकर भारतीय जनसंघ के भारत सिंह को जीत दिलाई. यह घटना उस समय राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बनी थी. जमुना देवी 1962 से 1967 तक रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र की सांसद रह चुकी थीं, और धार में कांग्रेस की जड़ें गहरी थीं.
काका-भतीजा का चुनावी मुकाबला और नारों की जंग
1971 के धार लोकसभा चुनाव में, भारत सिंह और फतेह सिंह, जो सगे काका-भतीजा थे, एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे थे. यह चुनाव न केवल अपने राजनीतिक महत्व के लिए, बल्कि चुनावी नारों के लिए भी यादगार रहा.
भारतीय जनसंघ के समर्थक "फत्तू (फतेह सिंह) ढोल बजाएगा, भारत दिल्ली जाएगा" का नारा लगाते थे, जो फतेह सिंह को कमजोर और अनुभवहीन दर्शाता था. वहीं, कांग्रेस समर्थकों का नारा था "भारत ढोल बजाएगा, फत्तू दिल्ली जाएगा", जो भारत सिंह की अनुभवी और मजबूत छवि को उभारता था. यह चुनावी मुकाबला काफी रोमांचक रहा और अंत में भारत सिंह ने जीत हासिल की
परिसीमन के बाद क्या बदलाव हुआ
2009 में परिसीमन के बाद इस लोकसभा सीट में कुछ बदलाव हुआ. बड़वानी अलग जिला बनने से यह क्षेत्र खरगोन लोकसभा सीट में जुड़ गया. जबकि धार सीट में इंदौर लोकसभा क्षेत्र के डा. आंबेडकर नगर (महू) विधानसभा क्षेत्र को जोड़ दिया गया.
धार: इतिहास, भूगोल और संस्कृति का संगम
धार, मध्य प्रदेश का एक ऐतिहासिक और प्राचीन शहर है, जिसका इतिहास हजारों वर्षों से जुड़ा हुआ है. धार और मांडू, दोनों ही शहरों का वर्णन विभिन्न इतिहास ग्रंथों में मिलता है. पवार वंश के राजा यहां के शासक थे, और धारा नगरी से ही धार नाम का उद्भव हुआ.
धार तीन भौगोलिक खंडों में फैला हुआ है: उत्तर में मालवा, मध्य में विंध्यांचल रेंज और दक्षिण में नर्मदा घाटी. यह जिला भारत के सांस्कृतिक मानचित्र में प्रारंभ से ही रहा है. यहां के कई ख्यातिनाम कलाकार ललित कला, चित्रकारी, नक्काशी, संगीत और नृत्य की विधा में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं.
मतदाता- 16,58,975
पुरुष मतदाता- 8,30,700
महिला मतदाता- 8,28,22
2019- Chattarsingh Darbar, BJP
2014- Savitri Thakur, BJP
2009- Gajendra Singh Rajukhedi, INC
2004- Chhatar Singh Darbar, BJP
2024 का समीकरण क्या है?
यह सीट फिलहाल बीजेपी के पास है. अभी तक दोनों बड़ी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है. देखना है कैसा घमासान होगा.
Candidates in 2024 | Party | Votes | Result |
BJP | |||
Congress | |||