Lok Sabha Elections 2024: किसने दी थी गमले में सब्ज़ी उगाने की सलाह, महंगाई पर PM Modi ने किया ज़िक्र
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Lok Sabha Elections 2024: किसने दी थी गमले में सब्ज़ी उगाने की सलाह, महंगाई पर PM Modi ने किया ज़िक्र

PM Narendra Modi Budget Session Speech 2024: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा के बजट सत्र में कांग्रेस पर तंज कसते हुए एक पूर्व पीएम पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक पूर्व पीएम ने महंगाई दूर करने के नाम पर गमलों में सब्जी उगाने की सलाह दी थी. 

 

Lok Sabha Elections 2024: किसने दी थी गमले में सब्ज़ी उगाने की सलाह, महंगाई पर PM Modi ने किया ज़िक्र

Indira Gandhi 1974 Independence Day Speech: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज बजट सत्र के अंतिम दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद भाषण दिया. करीब सवा घंटे तक चले भाषण में पीएम मोदी ने इतिहास से लेकर मौजूद दौर तक कांग्रेस पर खूब निशाना साधा. उन्होंने महंगाई को लेकर विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर पर पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कांग्रेस को घेरा. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज महंगाई काबू में है और खाद्यान्नों की भरपूर आपूर्ति है. फिर भी विपक्षी देश में महंगाई का रोना रोते हैं. ये वही लोग हैं, जिनकी पार्टी की ओर से चुनी गई पीएम इंदिरा गांधी ने बढ़ती महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए लोगों को गमले में सब्जी उगाने की सलाह दी थी.

'क्या कनस्तर- गमले में सब्जी उगा सकते हैं'

पीएम का इशारा साफ तौर पर पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की ओर था, जिन्होंने वर्ष 1974 में लालकिले पर अपने इंडिपेंडेंस डे स्पीच में यह बात कही थी. उन्होंने अपने भाषण में लोगों से अपील करते हुए कहा था, 'क्या देशवासी कनस्तर और गमले में सब्जियां नहीं उगा सकते हैं.' हालांकि वे जानती थी कि ऐसा करना व्यावहारिक नहीं है, फिर भी उन्होंने ऐसी अपील की. इसके पीछे उस वक्त की परिस्थितियां भी जिम्मेदार थीं.

क्यों करनी पड़ी थी अपील? 

वर्ष 1960 से 70 के दशक में मानसून बहुत कमजोर रहा था. पर्याप्त बारिश न होने का असर खेतीबाड़ी पर भी पड़ा था और देश में भारी अकाल पड़ गया था. कोढ में खाज, ये हो गया था कि उसी दौरान वर्ष 1971 में भारत- पाकिस्तान के बीच बांग्लादेश का युद्ध हुआ था. इस युद्ध में पाकिस्तान के 93 हजार सैनिक पकड़े गए थे. उन्हें कई महीनों तक भोजन खिलाने से देश की आर्थिक हालत और बिगड़ गई.

खाद्यान्नों की हो गई थी कमी

नतीजा ये हुआ कि देश में खाद्यान्नों की भयंकर कमी हो गई और सरकार को मजबूरन विदेश से गेहूं-चावल आयात करने पड़े. ये चीजें तो बाहर से मंगवाई जा रही थी लेकिन वहां से ताजा सब्जी लाना संभव नहीं था. जबकि भारत में मांग की तुलना में सप्लाई बहुत कम होने की वजह से इनके दाम बहुत ऊंचे चल रहे थे. ऐसे में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने लाल किले पर दी जाने वाली अपने स्वतंत्रता भाषण में इस बारे में अपील करने का फैसला किया.

लाल किले की प्राचीर से की अपील

उन्होंने लाल किले के प्राचीर से देशवासियों को मुल्क के आर्थिक हालात और सरकार के प्रयासों से अवगत करवाया. साथ ही अपील की कि वे कनस्तर और गमलों में सब्जी उगाना शुरू करें. इससे वे कम से कम अपने लिए तो सब्जी उगा ही सकते हैं. ऐसा करने से देश में सब्जी की आपूर्ति बढ़ेगी और लोगों को महंगाई से राहत मिलेगी. इंदिरा गांधी की अपील पर काफी लोगों ने गमलों में सब्जी उगानी शुरू की लेकिन इससे महंगाई पर लगाम लगाने में यह व्यावहारिक सिद्ध नहीं हो पाई. 

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