Indore Loksabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश की आत्मा में बसा इंदौर, न केवल अपनी भव्यता और संस्कृति के लिए, बल्कि अपनी मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए भी जाना जाता है. 1724 में, मराठा पेशवा बाजीराव प्रथम के नेतृत्व में, यह क्षेत्र मराठा साम्राज्य का हिस्सा बन गया, जिसके बाद इंदौर एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र के रूप में विकसित हुआ.
आज, इंदौर में 5000 से अधिक छोटे और बड़े उद्योग फल-फूल रहे हैं, जो इसे मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी का खिताब देते हैं. गेहूं, मूंगफली और सोयाबीन जैसे कृषि उत्पादों का भारी उत्पादन इस शहर की समृद्धि में और भी योगदान देता है.
शिक्षा के क्षेत्र में भी इंदौर अव्वल दर्जे का शहर है. यह एकमात्र ऐसा शहर है जहाँ भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दोनों स्थित हैं, जो इसे उच्च शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाते हैं. इंदौर, अपनी आर्थिक शक्ति, कृषि उत्पादन और उत्कृष्ट शिक्षा संस्थानों के साथ, मध्य प्रदेश का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है.
देश में काफी चर्चित..
मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट देश में काफी चर्चित है. 1952 में हुए पहले चुनाव में, कांग्रेस के नंदलाल जोशी ने जीत हासिल की. 1957 में, खादीवाला कन्हैयालाल ने जनसंघ के किशोरीलाल को हराकर कांग्रेस का दबदबा बनाए रखा.
1962 में होमी एफ. दाजी ने कांग्रेस के रामसिंहभाई करणसिंह को हराकर एक बड़ा उलटफेर किया. 1967 से 1984 तक, कांग्रेस के प्रकाश चंद सेठी ने लगातार चार बार जीत हासिल करते हुए अपना वर्चस्व स्थापित किया. हालांकि बीच में 1977 में यह सीट जनता पार्टी के हिस्से में गई थी.
सुमित्रा महाजन लगातार 8 बार जीत..
1989 में, भाजपा ने सुमित्रा महाजन को मैदान में उतारा, जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश चंद सेठी को हराकर इंदौर सीट कांग्रेस से छीन ली. यह जीत भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ थी, जिसके बाद सुमित्रा महाजन ने 2014 तक लगातार 8 बार जीत हासिल करते हुए भाजपा का दबदबा बनाए रखा. 2019 में, शंकर लालवानी ने भाजपा के लिए जीत हासिल की, जो इस सीट पर भाजपा की लगातार 9वीं जीत थी.
कुल मतदाता - 24,75,468
पुरुष मतदाता - 12,50,586
महिला मतदाता - 12,24,782
थर्ड जेंडर मतदाता - 100
एससी मतदाता 3,93,922
एसटी मतदाता 1,11,225
ग्रामीण मतदाता 4,86,610
शहरी मतदाता 18,30,581
इंदौर लोकसभा सीट में देपालपुर, इंदौर-1, इंदौर-2, इंदौर-3, इंदौर-4, इंदौर-5, राऊ और सांवेर विधानसभा सीटें शामिल हैं.
इंदौर लोकसभा सीट पर चुनावी जीत का इतिहास
1952- नंदलाल सूर्यनारायण जोशी, कांग्रेस
1957- कन्हैयालाल खादीवाला, कांग्रेस
1962- होमी एफ दाजी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
1967- प्रकाश चंद सेठी, कांग्रेस
1971- प्रकाश चंद सेठी, कांग्रेस
1975- उपचुनाव- राम सिंह भाई, कांग्रेस
1977- कल्याण जैन, भारतीय लोक दल
1980- प्रकाश चंद सेठी, कांग्रेस
1984- प्रकाश चंद सेठी, कांग्रेस
1989-2019- सुमित्रा महाजन, बीजेपी
2019- शंकर लालवानी, बीजेपी
2024 का समीकरण क्या है?
चूंकि इंदौर लोकसभा सीट के चुनाव हमेशा से चर्चा में रहे हैं. इस सीट ने न सिर्फ मालवा निमाड़ बल्कि देश की राजनीति को भी कई बड़े बदलाव दिए हैं. इस बार अभी दोनों पार्टियों ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. नजरें टिकी हुई हैं.
Candidates in 2024 |
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Result |
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BJP |
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Congress |
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