cVIGIL App: चुनाव आयोग ने बताया कि आम चुनाव 2024 की घोषणा के बाद से लेकर 15 मई, 2024 तक लोगों ने सीविजिल (cVIGIL) ऐप के माध्यम से 4.24 लाख से अधिक रिपोर्ट की. इनमें से 4,23,908 शिकायतों का समय से निपटारा किया जा चुका है.
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ECI Claims On Complaints: लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा के बाद से 15 मई तक भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के लाखों मामले को रिकॉर्ड समय में निपटाने का दावा किया है. ईसीआई की ओर से शनिवार को बताया गया, "आम चुनाव 2024 की घोषणा के बाद से, 15 मई, 2024 तक के सीविजिल (cVIGIL) ऐप के माध्यम से 4.24 लाख से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं. इनमें से 4,23,908 शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है."
कर दिया गया 99 फीसदी से ज्यादा शिकायतों का समाधान
चुनाव आयोग ने कहा कि बाकी बचे 409 मामले भी निपटारे की प्रक्रिया में हैं. इस तरह देखें तो अब तक लगभग 99 फीसदी से ज्यादा शिकायतों का समाधान कर दिया गया है. चुनाव आयोग का दावा है कि इनमें से 89 फीसदी शिकायतों का समाधान 100 मिनट की समयसीमा के भीतर किया गया है. इससे पहले चुनाव आयोग ने इस तरह की जानकारी 29 मार्च को दी थी. हालांकि, तब सीविजिल ऐप के जरिए मिली शिकायतों की संख्या 79 हजार थी.
अवैध होर्डिंग्स और बैनरों के खिलाफ सबसे ज्यादा शिकायतें
चुनाव आयोग को सीविजिल ऐप के माध्यम से मिलने वाली आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी शिकायतों में अब तक सबसे ज्यादा शिकायतें अवैध होर्डिंग्स और बैनरों के खिलाफ रही हैं. इसके बाद चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियों या उम्मीदवारों की ओर से पैसे, तोहफे और शराब बांटने से जुड़ी शिकायते थीं. कुछ शिकायतें निजी और सरकारी संपत्तियों को खराब करने से जुड़े थे.
इसके अलावा हथियारों के प्रदर्शन और धमकी देने, तय समय पर प्रचार खत्म नहीं करने, इजाजत की समय सीमा के बाद स्पीकर के इस्तेमाल की शिकायतें भी शामिल हैं. 16 मार्च को 2024 के देश में 18वीं लोकसभा के लिए आम चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गई थी. इसके मुताबिक, सात चरण का मतदान 19 अप्रैल से एक जून तक चलेगा और 4 जून को नतीजे आएंगे.
आम लोगों और मतदाताओं के लिए मददगार बना सीविजिल ऐप
चुनाव आयोग ने कहा कि सीविजिल ऐप देश के आम लोगों और मतदाताओं के लिए एक असरदार उपकरण बन गया है. यह चुनावी निगरानी और प्रचार अभियान की बदइंतजामी को कम करने के मामल में एक बड़ी छलांग है. सीविजिल मोबाइल ऐप के जरिए आम नागरिक आसानी से राजनीतिक गड़बड़ियों की घटनाओं की रिपोर्ट कर सकते हैं. यह यूजर्स फ्रेंडली हैं. चलाने में आसान होने से यह नागरिकों को जिला कंट्रोल रूम, रिटर्निंग अधिकारियों और फ्लाइंग स्क्वाड टीमों से जोड़ देता है.
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गुमनाम रहकर रिपोर्ट, 100 मिनट के अंदर कार्रवाई का पक्का भरोसा
चुनाव आयोग के मुताबिक, अपनी शिकायतें दर्ज कराने के लिए लोग गुमनाम रूप से नियमों के उल्लंघन की रिपोर्ट करना चुन सकते हैं. इसके बाद उनको एक यूनिक आईडी दी जाती है जिससे वे अपनी मोबाइल पर शिकायत को ट्रैक कर सकेंगे. तीन फैक्टर्स इस ऐप को कामयाब बनाते हैं. सबसे पहले यूजर्स रीयल टाइम में ऑडियो, फोटो या वीडियो कैप्चर करते हैं. दूसरा शिकायतों पर समय सीमा के अंदर कार्रवाई के लिए 100 मिनट का काउंटडाउन (उलटी गिनती) शुरू हो जाता है.
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