Milind Deora News: मिलिंद, महाराष्ट्र कांग्रेस का जाना पहचाना चेहरा रहे हैं. वो पार्टी के कद्दावर नेता थे. उनके पिता मुरली देवड़ा केंद्रीय मंत्री होने के साथ-साथ मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भी थे. देवड़ा परिवार और गांधी परिवार की पहचान करीबी रिश्तेदारों के रूप में होती थी. ऐसे में यह फैसला बहुत से लोगों की समझ से परे दिख रहा है.
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Milind Deora Resigns: मिलिंद देवड़ा ने बड़ा फैसला लेते हुए अपनी सियासी राहें कांग्रेस से जुदा कर ली हैं. बीते कुछ दिनों से महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) में उनके इस फैसले की अटकलें लग रही थीं कि वो कांग्रेस छोड़कर शिवसेना (शिंदे) में शामिल हो सकते हैं. लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) से ठीक पहले एक खांटी कांग्रेसी परिवार से आने वाले मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे से महाराष्ट्र की सियासत में कितना असर पड़ेगा? ऐसे सवालों का जवाब देने के साथ आइए आपको बताते हैं मिलिंद देवड़ा का पॉलिटिकल प्रोफाइल.
'राहुल गांधी के दोस्त और अंबानी के करीबी'
मिलिंद, महाराष्ट्र कांग्रेस का जाना पहचाना चेहरा रहे हैं. वो पार्टी के कद्दावर नेता थे. उनके पिता मुरली देवड़ा केंद्रीय मंत्री होने के साथ-साथ मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भी थे. देवड़ा परिवार और गांधी परिवार की पहचान करीबी रिश्तेदारों के रूप में होती थी. देवड़ा देश के जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेहद करीबी माने जाते हैं. मिलिंद देवड़ा को राहुल गांधी का करीबी दोस्त भी कहा जाता है. ऐसे में उन्होंने पार्टी क्यों छोड़ी इसका जवाब देने के बजाए कांग्रेस के नेता पीएम मोदी को कोस रहे हैं.
इस्तीफे के बाद क्या करेंगे- ऐसी अटकलें तेज क्यों हुईं?
फिलहाल महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी का गठबंधन है जिसमें कांग्रेस समेत शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट और एनसीपी शरद पवार गुट शामिल है, शिवसेना UBT ने दक्षिण मुंबई की लोकसभा सीट पर दावा ठोका है, इस सीट पर पिछले कई सालों से देवड़ा परिवार चुनाव लड़ता रहा है. फिलहाल दक्षिण मुंबई से अरविंद सावंत जो की शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता हैं वह सांसद है. सीट बंटवारे से पहले ही जिस तरह से दक्षिण मुंबई की सीट पर दावा किया गया उसके बाद से ही मिलिंद देवड़ा नाराज हैं ऐसी बातें निकलकर सामने आ रही थी.
विकास के रास्ते के मायने और ये बड़ा सवाल
मिलिंद देवड़ा ने इस्तीफे का ऐलान करने हुए कहा कि उन्होंने अब विकास का रास्ता चुना है. यानी उन्होंने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के बारे में संकेत दे दिए हैं. अब अगर मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़कर एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होते हैं तो शिंदे गुट के लिए तो वह ताश का एक्का का होंगे ही लेकिन महागठबंधन की सरकार में क्या भारतीय जनता पार्टी दक्षिण मुंबई की सीट छोड़ने के लिए तैयार होगी? यह भी बड़ा सवाल होगा क्योंकि राहुल नार्वेकर और मंगल प्रभात लोढ़ा दक्षिण मुंबई की सीट से बीजेपी के दावेदार है.
मुंबई कांग्रेस का रिएक्शन
मिलिंद के पार्टी छोड़ने को लेकर मुंबई कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने कहा, 'मुरली देवड़ा का ट्वीट पढ़ने के बाद आज मुझे व्यक्तिगत रूप से काफी दुख हुआ, हमने और कांग्रेस पार्टी के लोगों ने उनसे कई बार बात करने की कोशिश की. आज जब भारत न्याय यात्रा शुरू हो रही है ऐसे समय पर इस प्रकार का फैसला आना दुर्भाग्यपूर्ण है यह मुझे कहना होगा. मैं कहूंगी कि एक बार जरूर उन्हें अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चहिए, कांग्रेस पार्टी ने हमेशा आपको ताकत दी है और हम एक परिवार हैं.'
एकनाथ शिंदे मुस्कुराए
इस बीच एकनाथ शिंदे से जब देवड़ा के कांग्रेस में आने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने मंद मंद मुस्कुराते हुए कहा, 'मैं देख रहा हूं. उनका पक्ष प्रवेश होगा तो मैं उनका स्वागत करूंगा.'
मिलिंद देवड़ा आज शिवसेना विधायक सदा सर्वांकर के साथ सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे. वहां उन्होंने बाप्पा का आशीर्वाद लिया और आगे के सियासी जीवन के संकेत दिए.