Sanjay Nirupam Resignation: कांग्रेस की वो 5 लॉबी, इस्तीफे के बाद जिनका संजय निरुपम ने किया जिक्र
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Sanjay Nirupam Resignation: कांग्रेस की वो 5 लॉबी, इस्तीफे के बाद जिनका संजय निरुपम ने किया जिक्र

Sanjay Nirupam Five Lobbies: संजय निरुपम ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. संजय निरुपम ने यहां तक कह दिया है कि पार्टी का कोई भविष्य नहीं है. इसमें 5 लॉबी हैं जिनका आपस में टकराव है.

Sanjay Nirupam Resignation: कांग्रेस की वो 5 लॉबी, इस्तीफे के बाद जिनका संजय निरुपम ने किया जिक्र

Sanjay Nirupam Press Conference: कांग्रेस (Congress) से इस्तीफे के बाद संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) ने पार्टी पर जमकर निशाना साधा है. संजय निरुपम ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पर कम्युनिस्ट हावी हो चुके हैं. इसके अलावा, संजय निरुपम ने ये भी कहा कि कांग्रेस पार्टी में 5 पावर सेंटर बन गए हैं. कांग्रेस में 5 लॉबी हैं और उनका आपस में टकराव बना हुआ है. संजय निरुपम ने कहा कि कांग्रेस की 5 लॉबी सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और वेणुगोपाल हैं. आइए जानते हैं कि संजय निरुपम ने कांग्रेस के बारे में और क्या-क्या बताया है.

कांग्रेस का मुद्दों के प्रति कमिटमेंट नहीं

संजय निरुपम ने कहा कि कांग्रेस का मुद्दों के प्रति कमिटमेंट नहीं है. सुबह कुछ, शाम को कुछ. कांग्रेस में ऐसे लोग है जिनका जमीन से कोई नाता नहीं है. आधे से ज्यादा लोग स्क्रैप हो चुके हैं. महाराष्ट्र में अपने अस्तित्व को बचाने के लिए मैंने उनसे आग्रह किया था लेकिन सुना नहीं गया. मुंबई में 5 सीटें मिलीं जो कांग्रेस शिवसेना के दबाव में खत्म करेगी. मुझे निकालने का काम कर रही है. कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है. कांग्रेस इतिहास जमा हो गई है, अब मुख्य धारा की पार्टी नहीं रही. उनके आचरण की वजह से जिसके हाथ में नेतृत्व दिया है वो कब तक रहेंगे. महाराष्ट्र के प्रदेश के प्रमुख मुझे कहते हैं कि मुझे भीख भी नहीं डालते. वे ऐसा अहंकार लाते हैं.

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सेक्युलरिज्म में दूसरे धर्म का विरोध नहीं होता

पूर्व कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि संगठन लगातार गर्त में जा रहा है. मैं पिछले 5 साल से नजर बनाए हुए था. कार्यकर्ताओं में बड़ी निराशा है. कांग्रेस ने कहा कि हम सेक्युलर पार्टी हैं. सेक्युलरिज्म में कोई बुराई नहीं है लेकिन सेक्युलरिज्म में दूसरे धर्म का विरोध नहीं होता. महात्मा गांधी के साथ सेक्युलरिज्म आया लेकिन धीरे-धीरे नेहरू सेक्युलरिज्म आया. धीरे-धीरे हर विचारधारा का खात्मा होता है जैसे Communism खत्म हुआ वैसे 70 सालों में नेहरू सेक्युलरिज्म भी खत्म हुआ.

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राहुल गांधी के आसपास लेफ्टिस्ट का जमावड़ा

राहुल गांधी के आसपास भी बहुत लेफ्टिस्ट हो गए हैं. Communism धर्म के अस्तित्व पर विश्वास नहीं रखते. ऐसे लोग राहुल गांधी के आसपास मौजूद हैं. राम के होने के अस्तित्व पर भी सवाल उठाया, जिसपर उनको जवाब देना भारी पड़ रहा था. हिंदू धर्म में आस्था रखना कोई गुनाह है ऐसा हो गया था.

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कांग्रेस की 5 लॉबी में है टकराव

संजय निरुपम ने कहा कि एक खिचड़ी चोर को लोकसभा का उम्मीदवार घोषित किया था, अभी जो बची-कुची शिवसेना है वो राम लीला मैदान में गई थी. जिस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. उसे किस उद्देश्य से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है. शायद मेरे इस्तीफे में कुछ ऐसे शब्द थे जो उनको बुरे लगे थे. कांग्रेस पार्टी एक दम से संरचनात्मक रूप से बिखरी हुई है. पार्टी में पांच पावर सेंटर हैं. सभी लॉबी आपस में टकराती रहती हैं. सोनिया गांधी का पावर सेंटर हैं, जिसमें 20 लोग हैं. राहुल का भी पावर सेंटर है. जिसके आस-पास लोग रहते हैं. बहनजी का भी एक पावर सेंटर है. अध्यक्ष का भी एक पावर सेंटर है. वहीं, वेणुगोपाल का भी पावर सेंटर है.

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