Top Ki Flop: अभिषेक-बॉबी ने खेल-खेल में लूट लिया सोना, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर पड़ गया रोना
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Top Ki Flop: अभिषेक-बॉबी ने खेल-खेल में लूट लिया सोना, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर पड़ गया रोना

Abbas–Mustan Films: बाजीगर, सोल्जर से लेकर रेस जैसी कामयाबी फिल्में बनाने वाली निर्देशक जोड़ी अब्बास-मस्तान की फिल्मों का अपना अंदाज रहा है. एक समय उन्होंने बड़े सितारों के साथ कामयाब फिल्में बनाईं. मगर जब उतार का दौर आया था तो सितारों की चमक भी उनकी फिल्मों को हिट नहीं करा सकी.

 

Top Ki Flop: अभिषेक-बॉबी ने खेल-खेल में लूट लिया सोना, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर पड़ गया रोना

Bollywood Action Action Thriller: बॉलीवुड में एक्शन थ्रिलर फिल्में को लेकर किसी समय अब्बास मस्तान सफलता का दूसरा नाम थे. दोनों निर्देशक भाइयों की जोड़ी ने बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी. लेकिन 2012 में आई प्लेयर्स में वे नाकाम रहे. यह वो फिल्म थी, जहां से उनकी चमक फीकी पड़ती नजर आने लगी थी. यह एक्शन थ्रिलर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई. फिल्म की ओपनिंग में ही दर्शकों की थियेटर्स में कमी थी. दूसरा-तीसरा दिन होते होते तक तो तय हो गया कि फिल्म का कुछ नहीं हो सकता. फिल्म फ्लॉप है. 65 करोड़ के बजट में बनी फिल्म से प्रोड्यूसर सिर्फ 53 करोड़ रिकवर कर पाए. उनमें से भी ऑल इंडिया राइट्स 33 करोड़ में, सेटेलाइट राइट्स 15 करोड़ में तथा दूसरे राइट्स 5 करोड़ में बेचे गए.

अमेरिकन फिल्म का रीमेक
प्लेयर्स एक मल्टीस्टारर फिल्म थी जिसमें अभिषेक बच्चन, बॉबी देओल, विनोद खन्ना, सोनम कपूर, बिपाशा बसु, नील नितिन मुकेश, सिकंदर खेर तथा ओमी वैद्य की मुख्य भूमिकाएं थी. फिल्म को वायकॉम मोशन पिक्चर्स और बर्मावाला पार्टनर्स ने मिलकर प्रोड्यूस किया था. यह फिल्म 2003 में आई अमेरिकन फिल्म द इटेलियन जॉब का ऑफिशियल रीमेक थी. फिल्म की थीम यह थी कि दस हजार करोड़ रुपये का सोना ट्रेन द्वारा रशिया से रोमानिया ले जाया जा रहा है. इसके लिए कुछ लोग मिलकर एक टीम बनाते है, जिसमें जादूगर है, कंप्यूटर विशेषज्ञ है, एक विस्फोट विशेषज्ञ है. यह टीम सोना चुराने में कामयाब भी हो जाती है. लेकिन उनमें से एक साथी गद्दारी करता है और सोना चुरा कर भाग जाता है. बाद में टीम के सदस्य उस गद्दार से अपना सोना वापस लेते हैं. 

इस तरह मिली नाकामी
फिल्म के फ्लॉप होने में सबसे बड़ा हाथ रहा खराब स्क्रीनप्ले का. फिल्म की एडिटिंग भी कसी नहीं थी. इस फिल्म के एडिटर थे हुसैन बर्मावाला. उन्होंने फिल्म को एडिट करने में लगभग 6 से 12 महीने का लंबा समय लगाया. लेकिन इसके बावजूद फिल्म का जो फाइनल प्रिंट निकल कर आया वह उम्मीदों के मुताबिक नहीं था. फिल्म में कई बातें ऐसी थी जो अविश्वसनीय थी. कहानी को ऐसे ट्विस्ट और टर्न दिए गए जो बनावटी प्रतीत होते थे. फिल्म के क्लाइमेक्स पर काम नहीं किया गया. फिल्म के फ्लॉप होने का एक और सबसे बड़ा कारण इस फिल्म के दो हफ्ते पहले शाहरुख खान की फिल्म डॉन 2 रिलीज हुई थी. फिल्म हिट हो चुकी थी, ऐसे में प्लेयर्स रिलीज हुई उस समय भी कई लोग डॉन 2 देखने थियेटरों में जा रहे थे.

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