Sitara Devi Personel Life: सितारा देवी की चार शादियां हुईं और चारों टूट गईं. पहली शादी चली नहीं. दूसरी शादी इन्होंने 16 साल बड़े और पहले से शादीशुदा नामी एक्टर नजीर अहमद खान से की. दोनों हिंद पिक्चर्स के पार्टनर थे. सितारा ने नजीर से शादी करने के लिए अपना धर्म बदलकर मुस्लिम कर लिया.
Trending Photos
Sitara Devi Life Facts: सितारा देवी (Sitara Devi). वही सितारा जिसने हिंदी सिनेमा में डांस का परिचय करवाया. वही सितारा जिसे बद्सूरत पैदा होने पर परिवार ने ठुकरा दिया. डांस सीखने पर जिस सितारा को तवायफ कहा गया उसे ही रवींद्रनाथ टैगोर ने 16 साल की उम्र में नृत्य साम्राज्ञी का दर्जा दिया. जिंदगी उथल-पुथल से भरी रही, लेकिन सितारा ने ताउम्र अपनी जिंदगी शर्तों पर जी. 8 साल में पढ़ाई के लिए शादी तोड़ दी. 16 साल बड़े आदमी के लिए धर्म बदला और तब भी शादी टूटी तो पति के ही भांजे के. आसिफ से शादी कर ली.
डांस से बनाई पहचान
बात है 8 नवम्बर 1920 की जब ब्राह्मण सुखदेव महाराज के घर वाराणसी में बेटी का जन्म हुआ. जो आगे जाकर सितारा देवी नाम से देश और विदेश में मशहूर हुई. कथक में रुचि रखने वाले सुखदेव ने बेटियों को भी कथक सिखाया. समाज और रिश्तेदारों ने खूब हंगामा किया और परिवार का बहिष्कार कर दिया. 8 साल में सितारा की शादी करवा दी गई. ससुराल वालों ने पढ़ाई छुड़वानी चाही तो सितारा ने शादी तोड़ ली. स्कूल के दौरान जब सितारा ने पौराणिक कथा पर आधारित नृत्य पेश किया तो शहर भर में इनके डांस के चर्चे होने लगे. सितारा फिल्मों में आईं और डांस से खूब नाम कमाया. कथक और फिल्मों से खूब कामयाबी और शौहरत मिली, लेकिन इनकी निजी जिंदगी उथल पुथल भरी रही.
चार शादियां रहीं नाकाम
चार शादियां हुईं और चारों टूट गईं. पहली शादी चली नहीं. दूसरी शादी इन्होंने 16 साल बड़े और पहले से शादीशुदा नामी एक्टर नजीर अहमद खान से की. दोनों हिंद पिक्चर्स के पार्टनर थे. सितारा ने नजीर से शादी करने के लिए अपना धर्म बदलकर मुस्लिम कर लिया. स्टूडियो में काम करने पर जब सितारा को पैसे नहीं मिले तो नजीर के भांजे के आसिफ उनके हमदर्द बन गए. दोनों ने 1944 में शादी कर ली. शादी के दो साल बाद ही के आसिफ ने सितारा की ही दोस्त निगार से शादी कर ली. जब के. आसिफ ने दिलीप कुमार की बहन से तीसरी शादी की तो सितारा के सब्र का बांध टूट गया. सितारा ने साउथ अफ्रीका में मिले गुजराती बिजनेसमैन प्रताम बरोट से चौथी शादी कर ली, जिससे उन्हें बेटा हुआ. अफसोस कि 1970 में ये शादी भी टूट गई.कला के क्षेत्र में दिए योगदान के लिए सितारा देवी को 1969 में संगीत नाटक एकेडमी अवॉर्ड और 1973 में पद्मश्री से सम्मानित किया, लेकिन उन्होंने पद्मभूषण ठुकरा दिया. लंबी बीमारी से लड़ने के बाद सितारा देवी ने 25 नवंबर 2014 को मुंबई के अस्पताल में दम तोड़ दिया.