लोगों से 10 करोड़ रुपये ठग देहरादून में की ऐश, अब पहुंचे जेल, जानें हाई प्रोफाइल ठगी का पूरा मामला
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लोगों से 10 करोड़ रुपये ठग देहरादून में की ऐश, अब पहुंचे जेल, जानें हाई प्रोफाइल ठगी का पूरा मामला

इन ठगों ने बड़े ही शातिर तरीके से दिल्ली सरकार की DSIIDC का अधिकारी बता लोगों को 8 करोड़ का चूना लगाया और फिर देहरादून में जाकर ऐश की जिंदगी जी रहे थे.   

लोगों से ठगी करके 8 करोड़ का चूना लगाने बदमाशों को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार।

नई दिल्ली: अगर आप भी किसी प्लॉट या मकान के लिए आवेदन करते हैं तो सावधान हो जाइए. क्योंकि ठगों ने इसे ही अपनी कमाई का जरिया बना लिया है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने एक ऐसे गैंग पर शिकंजा कसा है जो मकान के आवेदन के बहाने लोगों से ठगी करता था और महीनों बीत जाने के बाद भी लोगों को इसका एहसास नहीं हो पाता था. 

पुलिस ने बताया कि ठगों ने बड़े ही शातिर तरीके से दिल्ली सरकार की DSIIDC वेबसाइट से उन लोगों की जानकारी जुटाई जिन्हें 1996 में इंडस्ट्रियल प्लॉट का आवेदन के बावजूद आवंटन नहीं हो पाया था. जिसके बाद उन्होंने लोगों को दोबारा कुछ प्लॉट आवंटन करने की बात कहकर आवेदन और उसकी फीस मांग ली. ऐसे करते-करते शातिरों ने करोड़ों रुपये लोगों से वसूल लिए और उन्हें ठगी काापता भी नहीं चला. 

पुलिस के मुताबिक, विक्रम सक्सेना और मुदित कुमार दिल्ली के ऐसे ठग हैं जिन्होंने करीब 10 करोड़ की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. विक्रम इस गैंग का मास्टरमाइंड है जबकि पेशे से वकील मुदित इस गोरखधंधे में उसका पार्टनर है. बता दें कि मुदित इलाहाबाद बार काउंसिल का मेम्बर भी रहा है. 

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नई दिल्ली के डीसीपी ईश सिंघल के अनुसार, इन दोनों शातिरों ने DSIIDC का अधिकारी बनकर कई बार लोगों को कनॉट प्लेस के कॉफी हाउस में बुलाया था और उनके साथ मीटिंग की थी. यहां शातिरों ने प्लॉट आवंटन का विश्वास दिलाते हुए 4 आवेदकों से DSIDC (DSIIDC का पुराना नाम) के नाम से 10 करोड़ के डिमांड ड्राफ्ट भी ले लिए और उन्हें DSIDC (देव सेवा इनकम डेवलपमेंट कंपनी) के नाम से बनाई अपनी फर्जी कंपनी के अकाउंट में जमा करा दिए थे. जिसके बाद वो वहां से फरार हो गए थे. 

अपने ठगे जाने का अहसास होने पर इन लोगों ने कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद एसीपी सिद्धार्थ जैन ने एसएचओ आईके झा के नेतृत्व में एक टीम बनाई जिसमें SI अमित को शामिल किया गया. अमित ने टेक्निकल और मैनुअल सर्विलांस के जरिए आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की जिसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. 

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पुलिस को सूचना मिली थी कि विक्रम सक्सेना देहरादून की पॉश सोसाइटी पैसिफिक गोल्फ एस्टेट में बने एक आलिशान घर में छुपा हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने मौके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपी के घर से उसकी एक महंगी गाड़ी, अकांउट से 10 लाख कैश आदि बरामद किया है. पूछताछ में उसने अपने दूसरे साथी का पता भी बता दिया जिसके बाद पुलिस ने मुदित भटनागर को भी सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया.

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आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि इस काम में विक्रम का साला कपिल मारवाह और उसका चचेरा भाई अजय सक्सेना भी शामिल था. पुलिस ने बताया कि इन दोनों की तलाश की जा रही है, जल्दी ही दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे. पुलिस ने बताया कि कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों की प्रापर्टी और बैंक अकाउंट को सील कर दिया गया है.

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