Delhi Crime: ऑफिस के साथी हत्या के लिए एक महीने तक प्लानिंग करता रहा आरोपी, पुलिस की चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे
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Delhi Crime: ऑफिस के साथी हत्या के लिए एक महीने तक प्लानिंग करता रहा आरोपी, पुलिस की चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे

Crime News: आरोपी ने आरके पुरम के फ्लैट के एक आंगन में शव को दफनाया और एक मजदूर को बुलाकर उस जगह को सीमेंट से पक्का करवा दिया. यह फ्लैट किसी अन्य सहयोगी का था जो आमतौर पर यहां नहीं आता था. 

Delhi Crime: ऑफिस के साथी हत्या के लिए एक महीने तक प्लानिंग करता रहा आरोपी, पुलिस की चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे

भारतीय सर्वेक्षण विभाग (Survey of India) के एक वरिष्ठ अधिकारी की हत्या के सिलसिले में पुलिस ने चार्चशीट दाखिल की है. आरोपी ने कथित तौर पर पुलिस को चकमा देने के पूरी कोशिश की लेकिन आखिर में पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब रही. अनीश ने अपने सहयोगी को खत्म करने का फैसला किया क्योंकि दोनों पुरुषों के दिल में एक ही महिला के लिए भावनाएं पनपने लगी थीं.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपपत्र में केवल आरोपी का नाम अनीश और पीड़ित का नाम महेश है. इसमें बताया गया है कि कैसे 28 अगस्त, 2023 को हत्या के बाद अनीश ने डिवाइस की ट्रैकिंग को विफल करने के लिए महेश के फोन को नोएडा में कूरियर कर दिया था. आरोपी अनीश ने कथित तौर पर महेश के व्हाट्सएप अकाउंट तक पहुंच बनाई और लोन के बारे में एक दुखद स्टेट्स डाला.

अनीश ने अपना फोन हरियाणा के गोहाना में अपने घर पर छोड़ दिया, और एक दोस्त को डिवाइस से कॉल करने के लिए कहा, जिससे वहां उसकी उपस्थिति प्रभावी रूप से स्थापित हो गई.

अनीश के खिलाफ हत्या और सबूत गायब करने का केस दर्ज
पुलिस ने 40 से अधिक लोगों से पूछताछ के बाद आरोप पत्र में अनीश को मुख्य आरोपी बताया है और उस पर भारतीय दंड संहिता के तहत हत्या और सबूत गायब करने का मामला दर्ज किया है.

एक महीने से बना रहा था हत्या की योजना
आरोप पत्र के अनुसार, अनीश ने हत्या की योजना एक महीने पहले शुरू की थी. जांच से पता चला, '’अनीश ने महेश को बताया था कि उसे 'सेटिंग' के जरिए सरकारी नौकरी मिली है और वह इसी तरह लोगों को 3 लाख रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से एमटीएस की नौकरी दिलवाने में मदद कर सकता है. महेश ने उसे 9 लाख रुपये दिए, जिसमें से उसने 4 लाख रुपये खर्च कर दिए.’

हत्या से पहले अपने घर गया अनीश
हत्या से पहले अनीश तीन दिन की छुट्टी लेकर अपने गृहनगर गोहाना चला गया था. वहां, वह दो दोस्तों से मिला और उन्हें बताया कि वह मेडिकल लीव पर है, लेकिन उसे हरियाणा में किसी से पैसे लेने की जरूरत है. उसने अपना फोन घर पर छोड़ने की योजना बनाई और एक दोस्त से अपने फोन नंबर का इस्तेमाल करके दूसरे दोस्त को कॉल करने के लिए कहा.

अनीश महेश को फोन किया और कहा कि वह उन नौकरियों के मामले पर चर्चा करने के लिए आरके पुरम के एक फ्लैट में मिलेंगे, जिनके लिए महेश ने 9 लाख रुपये का भुगतान किया था. इसके बाद अनीश ने दक्षिण दिल्ली की एक दुकान से पांच बड़े पॉलीथीन बैग खरीदे.

आरके पुरम फ्लैट तक पहुंचने के लिए, अनीश ने अपने दोस्त की मोटरसाइकिल उधार ली. वहां, एक बातचीत के दौरान, अनीश महेश को लैपटॉप खोलने को कहा. जब महेश लैपटॉप में बिजी था तो अनीश ने उस पर एक रिंच से वार किया. महेश खूस से लथपथ हो गया. अनीश ने उसे पॉलीथीन से लपेट दिया लेकिन रिंच से वार जारी रखें.

फ्लैट के आंगन में शव को दफनाया
किसी को शक न हो इसलिए अनीश ने महेश के व्हाट्सएप को भी एक्सेस किया और भ्रामक स्टेट्स डाल दिया. अनीश ने आरके पुरम के फ्लैट के एक आंगन में शव को दफनाया और एक मजदूर को बुलाकर उस जगह को सीमेंट से पक्का करवा दिया.

चार्जशीट का दावा है कि वह फ्लैट जहां अनीश ने महेश के शव को दफ्न किया था एक अन्य सहयोगी को आवंटित किया गया था, जो आमतौर पर इसे खाली छोड़ देता है. अनीश ने फ्लैट को देखने की इच्छा के बहाने इसकी चाबी ले ली थी लेकिन वापस देने से पहले इसकी एक डुप्लीकेट चाबी बनवा ली थी.

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