Bareilly News: बरेली में चल रहा आवारा कुत्तों का खून बेचने का बिजनेस? रसूखदार अपने पालतू डॉग्स के लिए लेते थे ब्लड, लेकिन क्यों
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Bareilly News: बरेली में चल रहा आवारा कुत्तों का खून बेचने का बिजनेस? रसूखदार अपने पालतू डॉग्स के लिए लेते थे ब्लड, लेकिन क्यों

Bareilly News in Hindi: मेनका गांधी की संस्था PFA ने आरोप लगाया है कि बरेली में आवारा कुत्तों का खून बेचने का काला धंधा चल रहा है. PFA ने इस मामले में पुलिस में केस भी दर्ज करवाया है.

Bareilly News: बरेली में चल रहा आवारा कुत्तों का खून बेचने का बिजनेस? रसूखदार अपने पालतू डॉग्स के लिए लेते थे ब्लड, लेकिन क्यों

Bareilly Dog Blood Sale News: बरेली से एक हैरान करनेवाली खबर आई है. वहां एक शख्स वैभव शर्मा पर डॉग का खून निकालने और उसे महंगे दामों पर बेचने का आरोप लगा है. इसकी शिकायत मेनका गांधी की संस्था People for Animals ने बरेली कोतवाली में की. जब पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपी वैभव शर्मा ने कबूल किया कि वो डॉग का खून, दूसरे डॉग्स की जान बचाने में इस्तेमाल करता है. 

डॉग का खून बेचकर कारोबार चलाने का आरोप

हालांकि, शिकायतकर्ताओं का आरोप है. वैभव शर्मा ऐसे बड़े और धनवान लोगों के संपर्क में है, जो अपने घरों में डॉग पालते हैं. जब उनके डॉग बीमार होते हैं तो ये शख्स अमीर लोगों को डॉग का खून बेचता है. जिसके बदले वो 8 से 10 हजार रुपये तक वसूल करता है. हालांकि मेनका गांधी की संस्था का कहना है कि चुनाव के बाद मेनका गांधी खुद इस मामले में संज्ञान लेंगी और एक-एक आरोपी को जेल पहुंचाकर रहेंगी.

मेनका गांधी की संस्था ने दर्ज करवाई शिकायत

मेनका गांधी की संस्था PFA के सदस्यों का आरोप है कि आलमगीरीगंज घी मंडी का रहने वाला वैभव शर्मा और उसके साथी पिछले काफी अरसे से कुत्तों का खून बेचने का काम रहे हैं. संस्था का कहना है कि वैभव शर्मा पहले कुत्तों की नसबंदी करने वाली एक संस्था के साथ काम कर चुका है. इसलिए वह आसानी से आवारा कुत्तों को पकड़ लेता है. शहर में रहने वाले रसूखदारों को जब भी अपने बीमार पालतू कुत्तों के लिए खून की जरूरत होती है तो वे वैभव शर्मा से सी संपर्क करते हैं.

आवारा कुत्तों का खून निकालकर करता था सप्लाई?

एनजीओ का आरोप है कि वैभव इस काम के लिए 8 से 10 हजार रुपये तक वसूल करता है. संस्था की शिकायत के बाद वैभव शर्मा को थाने में बुलवाया गया, साथ ही नगर निगम के अधिकारियों को भी कॉल किया गया. वहां पर दोनों पक्षों में तीखी बहस हो गई. इसके बाद एनजीओ के दबाव में वैभव शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया. वहीं वैभव शर्मा ने कहा कि उन पर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं. वे कुत्तों की देखभाल का काम करते हैं, उनका खून निकालने का नहीं.

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