WFH Job: वर्क फ्रॉम होम की तलाश कर रहे हैं युवाओं के साथ कई तरीकों से धोखाधड़ी होती है. वर्क फ्रॉम होम के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
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Work From Home: कोरोना महामारी के लागू लॉकडाउन की वजह से शुरू हुआ वर्क फ्रॉम होम ट्रेंड अब बढ़ता ही जा रहा है. हालांकि इसी के साथ इसके नाम पर धोखाधड़ी भी बढ़ रही हैं. मीडिया रिपोट्स के मुताबिक खासतौर से वर्क फ्रॉम होम की तलाश कर रहे युवाओं को ठग निशाना बना रहे हैं.
दिल्ली में एक गिरोह का पर्दाफाश
ऐसा ही एक मामला दिल्ली में सामने आया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने वर्क फ्रॉम होम संबंधी धोखाधड़ी के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में वह शख्स भी शामिल है जिसने कमीशन के लिए जालसाजों को अपने बैंक विवरण बेचे थे. माना जाता है कि अन्य लोग विदेशी गिरोह के सदस्य हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक जांचकर्ताओं को पता चला कि गिरोह के सदस्य वर्क फ्रॉम होम जॉब दिल्ली के बहाने आम लोगों को ठगते थे. ऐसे ही एक केस में इन लोगों ने कथित तौर पर एक व्यक्ति को सोशल मीडिया पर होटलों को पसंद करने और रेटिंग देने का काम दिया और उससे 23 लाख रुपये ठग लिए.
वर्क फ्रॉम होम की तलाश कर रहे हैं युवाओं के साथ कई तरीकों से धोखाधड़ी होती है. अगर आप भी वर्क फ्रॉम होम की तलाश कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं. मीडिया रिपोट्स के मुताबिक वर्क फ्रॉम होम के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले इन तरीकों का इस्तेमाल कर रहें: -
डेटा एंट्री घोटाला (Data Entry Scam)
काम ढूंढ रहे लोगो को हाई सैलरी वाली डेटा एंट्री जॉब्स का ऑफर दिया जाता है. जो शख्स ऐसे फर्जी ऑफर के चक्कर में फंस जाता है उससे रजिस्ट्रेशन फीस या सॉफ्टवेयर में निवेश करने को कहा जाता है. हालांकि ऐसा करने पर उसे पता चलता है कि वह धोखाधड़ी का शिकार हो गया है.
ऑनलाइन सर्वे घोटाला (Online Survey Scam)
ठग लोगों को सर्वे में भाग लेने के लिए प्रेरित करते हैं और बदले में तगड़ी कमाई का वादा करते हैं. हालांकि सर्वे पूरा होने पर लोगों को कोई भुगतान नहीं किया जाता या फिर कहा जाता है कि अगर आपको पैसा चाहिए तो पहले भुगतान करें.
फ्रीलांस नौकरी देने के नाम पर ठगी
लेखन, ग्राफिक डिजाइन या प्रोग्रामिंग जैसे स्पेशल स्किल वाले कामों के लिए फ्री लांस जॉब की पेशकश की जाती है. बताया जाता है कि ऐसे मामलों में पीडि़तो को अक्सर या तो पेमेंट नहीं किया जाता या जो चेक मिलता है वो बाउंस हो जाता है.