रिपब्लिक टीवी (Republic TV) के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) और 2 अन्य लोगों पर आरोप है कि उनके उकसाने की वजह से इंटीरियर डिजाइनर और उसकी मां ने साल 2018 में आत्महत्या (Suicide) कर ली थी.
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प्रफुल्ल पवार, मुंबई: महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) क्राइम ब्रांच ने रिपब्लिक टीवी (Republic TV) के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) समेत दो लोगों के खिलाफ 2018 के सुसाइड केस में चार्जशीट फाइल कर दी है. क्राइम ब्रांच ने ये चार्जशीट मुंबई में अलीबाग की एक कोर्ट में दायर की है. इस सुसाइड केस में अर्नब पर सुसाइड करने के लिए दो लोगों को उकसाने का आरोप है.
क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट में 65 लोगों को बनाया गवाह
बता दें कि अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) और अन्य दो लोग फिरोज शेख और नीतीश शारदा के खिलाफ साल 2018 में इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद को सुसाइड करने के लिए कथित रूप से उकसाने का मामला दर्ज है. इस मामले में क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को चार्जशीट फाइल की. चार्जशीट में क्राइम ब्रांच ने 65 लोगों को गवाह बनाया गया है.
बॉम्बे हाई कोर्ट से अर्नब गोस्वामी को राहत नहीं
इससे पहले रिपब्लिक टीवी (Republic TV) के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) ने गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) में याचिका दायर करके अन्वय नाइक और उनकी मां के सुसाइड केस के मामले में क्राइम ब्रांच द्वारा चार्जशीट दायर करने और आगे की जांच करने पर रोक लगाने की मांग की थी. हालांकि बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) ने इस याचिका पर सुनवाई नहीं की.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि बीते अलीबाग पुलिस ने 4 नवंबर को अर्नब गोस्वामी, फिरोज शेख और नीतीश शारदा को सुसाइड केस में गिरफ्तार किया था. फिर 11 नवंबर को उन्हें जमानत मिल गई थी. इस मामले में अर्नब गोस्वामी और 2 अन्य लोगों पर आरोप है कि उनके उकसाने की वजह से अन्वय नाइक और उसकी मां कुमुद ने साल 2018 में आत्महत्या कर ली थी.
हालांकि ये मामला साल 2019 में सबूतों के अभाव में बंद कर दिया गया था लेकिन इस साल 2020 के मई महीने में एक बार फिर से इसे खोला गया. इसके बाद अर्नब गोस्वामी ने महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाया था कि उद्धव सरकार उनसे व्यक्तिगत प्रतिशोध ले रही है.