Bhushan Steel News: टाटा स्टील लिमिटेड ने 2018 में कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) पूरी करने के बाद भूषण स्टील का अधिग्रहण कर लिया था. अधिकारियों के मुताबिक, भूषण स्टील लिमिटेड के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज सिंघल और उनके साथियों ने कई सारी फर्जी कंपनियां बनाई जिनका इस्तेमाल फंड ट्रांसफर के लिए हुआ.
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Bhushan Steel Bank Fraud Case: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने पूर्व कंपनी भूषण स्टील लिमिटेड (BSL) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कथित 56000 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. एजेंसी के आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है. जिन लोगों को बृहस्पतिवार को हिरासत में लिया गया है उनमें कंपनी के पूर्व बैंकिंग उपाध्यक्ष पंकज कुमार तिवारी, पूर्व लेखा उपाध्यक्ष पंकज कुमार अग्रवाल, पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी नितिन जौहरी, पूर्व प्रोमोटर नीरज सिंघल के बहनोई अजय मित्तल और बहन अर्चना मित्तल शामिल हैं.
एक कंपनी से दूसरी कंपनी में भेजा पैसा
टाटा स्टील लिमिटेड ने 2018 में कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) पूरी करने के बाद भूषण स्टील का अधिग्रहण कर लिया था. ED के अधिकारियों के मुताबिक, भूषण स्टील लिमिटेड के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज सिंघल और उनके साथियों ने कई सारी फर्जी कंपनियां बनायी और बीएसएल से जुड़े प्रोमोटरों और संस्थाओं ने कथित बैंक कर्ज धोखाधड़ी के तौर पर ‘कई संस्थाओं के जरिए पैसा एक कंपनी से दूसरी कंपनी में भेजा.’
यूं पकड़ में आया मामला
मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) का यह मामला कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय की जांच एजेंसी गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) द्वारा दाखिल चार्जशीट से सामने आया था.