दिल्ली: जेल से चल रहा था जबरन वसूली का रैकेट, जेल वार्डन सहित पांच गिरफ्तार
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दिल्ली: जेल से चल रहा था जबरन वसूली का रैकेट, जेल वार्डन सहित पांच गिरफ्तार

व्हाट्सएप चैट (Whats App Chat) के आधार पर, टीम ने दिल्ली के गांव बक्करवाला निवासी हनी राजपाल और इस रैकेट के मास्टरमाइंड विकास उर्फ पीके को गिरफ्तार किया गया है.

फोटो आईएएनएस

नई दिल्ली: पूर्वोत्तर दिल्ली (North East Delhi) की मंडोली जेल (Mandoli Jail) से कथित तौर पर चलाए जा रहे एक जबरन वसूली (Extortion) रैकेट का दिल्ली पुलिस ने भंडाफोड़ किया है और इस सिलसिले में जेल के 50 वर्षीय मुख्य जेल वार्डन (Jail warden) सहित पांच को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि नंदू गैंग का एक सक्रिय सदस्य जो जबरन वसूली कर धंधे में शामिल होने के कारण कुख्यात है, उसकी पहचान विकास के रूप में हुई है. विकास, रैकेट का मास्टरमाइंड (Mastermind) है और कथित तौर पर जेल से इसका संचालन करता है, जहां वह वर्तमान में बंद है.

  1. दिल्ली की जेल में उगाही करने वाले रैकेट का भंडाफोड़
  2. जेल के 50 वर्षीय मुख्य जेल वार्डन सहित पांच को गिरफ्तार किया
  3. जेल में 2000 रुपये प्रति सिम देने का वादा 

मुख्य वार्डन की जालसाजी 
जहां मुख्य वार्डन की पहचान राजेंद्र सिंह (Rajendra Singh) के रूप में की गई है, वहीं अन्य चार आरोपी जगमोहन (23), विकास (28), प्रमोद कुमार (30) और हनी राजपाल (35) हैं. प्रमोद, जो न्यायिक हिरासत में था, को हाल ही में अंतरिम जमानत (Interim bail) मिली थी, जबकि राजपाल हत्या के आरोप में जेल में बंद हैं. पूछताछ के दौरान, प्रमोद ने कबूला कि जेल में उसकी मुलाकात राजपाल से हुई, जो इस समय एक हत्या के मामले में मंडोली जेल में है.

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जेल में सिम कार्ड का खेल
जब उसे अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया, तो राजपाल ने प्रमोद को जेल में 10 सिम कार्ड देने और मुख्य वार्डन राजेंद्र के माध्यम से जेल भेजने के लिए बुलाया, जिसके लिए उसे 2000 रुपये प्रति सिम देने का वादा किया गया था.

सिम कार्ड डीलरों की जांच
द्वारका (Dwarka) के डीसीपी एन्टो अल्फोंस (Anto Alphonse) ने कहा, 'इस पर, उसने अपने नाम पर 4 सिम जारी कराए और अपने भाई जगमोहन के नाम पर 6 सिम जारी कराए और अलग-अलग मौकों पर मुख्य वार्डन राजेंद्र को मंडोली जेल और खजुरी खास चौक पर सौंप दिया. जांच के दौरान, सिम कार्ड डीलरों की जांच की गई, उनका रिकॉर्ड चेक किया गया और 50 वर्षीय आरोपी राजेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया गया.

आरोपी राजेन्द्र सिंह के खुलासे और व्हाट्सएप चैट के आधार पर, टीम ने दिल्ली के गांव बक्करवाला निवासी हनी राजपाल और इस रैकेट के मास्टरमाइंड विकास उर्फ पीके को गिरफ्तार कर लिया. (इनपुट आईएएनएस)

 

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