जस्टिस उत्तम आनंद हत्याकांड में 5 दिन बाद भी पुलिस अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. इस बीच दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर ब्रेन मैपिंग टेस्ट की इजाजत मांगी गयी है.
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Dhanbad: धनबाद में 28 जुलाई को मॉर्निंग वॉक पर निकले जस्टिस उत्तम आनंद की सड़क हादसे में मौत का मामला CCTV फुटेज के सामने आने के बाद मर्डर मिस्ट्री बन जाती है. मिस्ट्री इसीलिए, क्योंकि घटना के 5 दिन बाद भी पुलिस के हाथ इस मामले में खाली है.
आरोपियों की दोबारा कोर्ट में पेशी
फिलहाल SIT इस केस की जांच कर रही है. वहीं सरकार ने मामले की CBI जांच की भी सिफारिश कर दी है, लेकिन अभी तक हत्या की साजिश के तार जोड़े नहीं जा सके हैं. इस बीच आरोपी ऑटो चालक लखन वर्मा और राहुल वर्मा को सोमवार को दोबारा कोर्ट में पेश किया गया, क्योंकि सोमवार को दोनों आरोपियों की रिमांड खत्म हो रही थी.
आरोपियों के ब्रेन मैपिंग की इजाजत मिली
इस दौरान मामले की जांच कर रही SIT टीम ने कोर्ट से आरोपियों के ब्रेन मैपिंग की इजाजत मांगी, जिसकी कोर्ट ने मंजूरी दे दी है. हालांकि इसके लिए बाद में तारीख मुकर्रर कर दोनों आरोपियों का टेस्ट दूसरे राज्य में कराया जाएगा, क्योंकि लाई डिटेक्टर टेस्ट कोलकाता और दिल्ली में होता है. वहीं SIT को लीड कर रहे ADG संजय आनंद लाटकर ने आरोपियों के नार्को टेस्ट कराने से भी इंकार नहीं किया. उन्होंने कहा की टीम सभी पहलुओं पर पेशेवर तरीके से अनुसंधान कर रही है.
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जेल में बंद कई अपराधियों से हुई पूछताछ
इससे पहले मामले में SIT की टीम ने धनबाद जेल में बंद कई अपराधियों से घंटों पूछताछ की. साथ ही हादसे के वक्त मौके से गुजर रहे बाइक सवार को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था. इसके अलावा धनबाद पुलिस ने जिले में विशेष अभियान चलाकर कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया है और तकरीबन 243 लोगों से पूछताछ की है.
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फिलहाल, SIT अपनी तरफ से हत्याकांड की कड़ियों को जोड़ने की पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन अभी तक उसे सफलता नहीं मिली है, लिहाजा मामला CBI को हैंडओवर होने से पहले SIT आरोपियों की ब्रेन मैपिंग टेस्ट कर केस में कोई बड़ा ब्रेकथ्रू हासिल करने की कोशिश में है.