Hema committee report Kerala: ‘एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स’ (AMMA) से संबंद्ध टॉप एक्टर्स के इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस के इस बड़े नेता पर अभिनेत्री ने यौन शोषण का आरोप लगाया है.
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VS Chandrasekaran resigns sexual harassment allegations: केरल में एक बड़े कांग्रेस नेता का इस्तीफा हुआ है. मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न के मामलों में टॉप एक्टर्स के फंसने के बाद जब कांग्रेस के एक बड़े नेता का नाम सामने आया तो दिल्ली से केरल के सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया. आपको बताते चलें कि आरोप लगने के बाद हुए इस्तीफे के बाद अटकलों का दौर खत्म हुआ और उस नेता के नाम की आखिरकार पुष्टि हो गई. केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के कानूनी सहायता प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और 'लायर्स कांग्रेस स्टेट कमेटी' के अध्यक्ष वी एस चंद्रशेखरन (VS Chandrasekaran resigns) ने एक अभिनेत्री द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाए जाने के बाद बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार चंद्रशेखरन ने अपना त्यागपत्र केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष के. सुधाकरन को सौंप दिया. केपीसीसी ने कहा, 'हालिया विवादों के मद्देनजर, एडवोकेट वी.एस. चंद्रशेखरन ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए केपीसीसी के कानूनी सहायता प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और 'लायर्स कांग्रेस स्टेट कमेटी' के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है.' हाल ही में सोशल मीडिया मंच 'फेसबुक' पर एक पोस्ट में अभिनेत्री ने उनके खिलाफ आरोप लगाए थे.
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केरल में हेमा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद 'अम्मा' फेडरेशन के सदस्यों यानी सीनियर एक्टरों पर आरोप लग चुके हैं. मीटू कांड में अब केरल कांग्रेस के इस बड़े नेता पर आरोप लगने के बाद कुछ और नामों का खुलासा होने की अटकलें लगाई जा रही है.
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हेमा कमेटी की रिपोर्ट से हड़कंप
आपको बताते चलें कि वामपंथी पार्टी के विधायक एम मुकेश पर भी यौन उत्पीड़न का आरोप लगा. सेक्सुअल हैरेसमेंट के इस केस को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की ओर से की जा रही इस्तीफे की मांग के बीच मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (MCP) के विधायक एम. मुकेश का बचाव करते हुए मंत्री ए के शशिंद्रन ने कहा, 'हर किसी को अपनी बेगुनाही साबित करने का मौका दिया जाना चाहिए. इसलिए शिकायतकर्ता को भी अपने आरोपों को साबित करने के लिए जरूरी सबूत देने चाहिए. हमारी कानूनी न्याय प्रणाली इसी तरह काम करती है. इसके अनुसार कदम उठाए जाएंगे. इस्तीफा देना है या नहीं देना, यह उनका (मुकेश) निजी फैसला है.’
न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में किए खुलासों को लेकर बढ़ते विवाद के बीच राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी कोल्लम सीट से विधायक मुकेश को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. मुकेश के खिलाफ आरोपों के बारे में पूछे जाने पर गोपी ने एक दिन पहले त्रिशूर में कहा था कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है और वह इस पर फैसला लेगी.
उन्होंने पत्रकारों से कहा था, ‘आप (मीडिया) न केवल अपने फायदे के लिए लोगों को एक-दूसरे से लड़वा रहे हैं, बल्कि जनता को भी गुमराह कर रहे हैं. शिकायतें फिलहाल आरोपों की शक्ल में हैं. आप लोगों को क्या बता रहे हैं? क्या आप अदालत हैं? नहीं, आप नहीं हैं. अदालत फैसला करेगी. अदालत को फैसला करने दीजिए.’
इसके बाद, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि एक अभिनेता और मंत्री के रूप में गोपी अपनी निजी राय व्यक्त करने के हकदार हैं, लेकिन पार्टी का रुख यह है कि मुकेश को इस्तीफा दे देना चाहिए. टीवी चैनल पर प्रसारित दृश्यों के अनुसार, जब पत्रकारों ने सुरेंद्रन के बयान पर गोपी की टिप्पणी लेनी चाही, तो उन्होंने गुस्से में उनमें से कुछ को कथित तौर पर धक्का दे दिया था. इससे पहले 'अम्मा' (‘एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स’) के बड़े पदाधिकारी का इस्तीफा हो चुका है. एक्टर सिद्दीक का इस्तीफा हो चुका है.
(इनपुट: पीटीआई)