Mukhtar Ansari: अपने आखिरी दिनों में किस बात से कांप रहा था डॉन? बेटे उमर अंसारी से कॉल में मुख्तार ने खोला था राज
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Mukhtar Ansari: अपने आखिरी दिनों में किस बात से कांप रहा था डॉन? बेटे उमर अंसारी से कॉल में मुख्तार ने खोला था राज

Mukhtar Ansari Latest Updates: अपने आखिरी दिनों में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी डर से कांप रहा था. उसने बांदा जेल में रहते हुए अवैध तरीके से अपने बेटे उमर अंसारी को फोन कॉल मिलाया, जिसमें उसने अपने खौफ की वजह बताई थी. 

 

Mukhtar Ansari: अपने आखिरी दिनों में किस बात से कांप रहा था डॉन? बेटे उमर अंसारी से कॉल में मुख्तार ने खोला था राज

Mukhtar Ansari Death News: मुख्तार अंसारी की मौत के साथ ही उत्तर प्रदेश में माफिया राज के एक और अध्याय का अंत हो गया. मुख्तार की मौत हार्ट अटैक से हुई है लेकिन उसका आपराधिक इतिहास बेहद लंबा रहा है. अपने काले कारनामों की वजह से ही वो जेल में बंद था. किसी दौर में मुख्तार से पूरा पूर्वांचल थर्र-थर्र कांपता था मगर 2017 में योगी सरकार आने के बाद उसका खौफ खत्म होता चला गया. 

आखिरी दिनों में क्यों दहशत में था मुख्तार

5 बार का विधायक... करोड़ों रुपए की अवैध सपंत्ति को कब्जाने वाला... एक दिन खुद ही दहशत में आ जाएगा... इसका अंदाजा खुद मुख्तार अंसारी को नहीं रहा होगा. लेकिन जिंदगी के आखिरी वक्त में वो इतना डर गया था कि वो अपने परिवारवालों से भी ठीक से बात नहीं कर पा रहा था. 36 साल तक आतंक का साम्राज्य चलाने वाला ना व्हील चेयर पर बैठ पाता था. ना ही ठीक से खड़ा हो पाता था. ये बात खुद उसने अपने परिवार से आखिरी बातचीत में बताई. 

हर वक्त सताए जा रहा था मौत का डर

मुख्तार अंसारी ... वो डॉन जो कभी कर्फ्यूग्रस्त इलाके में भी खुली जीप में दबंई दिखाता था... तो कभी अपने दुश्मन को धमकाने के लिए हर तरह के हथियार का इस्तेमाल करता था. लेकिन 36 साल के आतंक के खात्मे से पहले उसने अपने परिवार से जो अपना दर्द बयां किया, वो बताता है कि डॉन कितना डरा हुआ है. एक ऐसे लाचार, थके हुए डॉन की आवाज थी. जिसे पल-पल अपनी मौत का डर खाए जा रहा था.

अब आप सुनिये कैसे वो अपने परिवारवालों से हारी हुई आवाज़ में बात करता है और उसका बेटा उसकी हिम्मत बढ़ाने की कोशिश करता रहा

मरने से पहले बेटे से क्या बोला मुख्तार?

मुख्तार अंसारी: 18 तारीख के बाद से ही रोजा नहीं रखा है, न ही एक वक्त की नमाज पढ़ रहे हैं, हम बेहोश हो जाते हैं. 

उमर अंसारी, मुख्तार का बेटा: हां, पापा...बिल्कुल बहुत कमजोर हो गए हैं आप, हमने देखा, वीडिओ में देखा हमने. जब आप डिस्चार्ज हुए, न्यूज़ वाले दिखा रहे थे पापा हम यहीं कोर्ट में ही हैं, मुलाकात की परमिशन करा रहे हैं. यहां डालीबाग वाली अदालत में हैं हम. यहां लखनऊ में और मऊ से दरोगा अंकल भी करा रहे हैं. अगर परमिशन मिल जाएगी तो हम कल मिलने आएंगे आपसे. हम और भाभी दोनों लोग. 

मुख्तार अंसारी: हम बैठ नहीं पा रहे हैं बाबू. 

उमर अंसारी, मुख्तार का बेटा: हम समझ रहे हैं पापा, बिल्कुल समझ रहे हैं. बिल्कुल, ये तो दिख ही रहा है जहर का सब असर है पापा, लेकिन अल्लाह बहुत बड़ा है. हम दुआ कर रहे हैं, आप बहुत जल्दी ठीक हो जाएंगे. किसी भी तरह हिम्मत करिए पापा, फोन कर लिया करिए. आपकी आवाज सुनकर जान में जान आ गई.
 
मुख्तार अंसारी: हां बाबू... अल्लाह अगर जिंदा रखेगा तो रूह रहेगी. 

अपनी करनी का फल भोगा मुख्तार ने

कभी मूछों पर ताव देने वाला... कभी बंदूक का शोर सुनाने वाले की आवाज़ धीमी पड़ चुकी थी. 65 मुकदमें और 8 बार सज़ा को भोग रहा मुख्तार अपनी क्राइम कुंडली में अब नया कुछ नहीं जोड़ पा रहा था.  यही डॉन 2005 में हुए मऊ दंगों का आरोपी रहा औऱ कृष्णानंद राय हत्याकांड का मुख्य आरोपी रहा. 

मुख्तार अंसारी के अपराध की कुंडली ऐसी थी कि किसी के भी रोंगटे खड़े जाएं. अपराध की आड़ में उसने अकूत दौलत बनाई. मुख्तार अंसारी गैंग के नाम पर करीब 155 एफआईआर दर्ज हैं. उसका खौफ ऐसा था कि बगैर उसके मर्जी के पूर्वांचल में कोई भी ठेका या व्यवसाय कोई दूसरा नहीं कर सकता था. मुख्तार अंसारी और उसका गिरोह ठेकेदारी, खनन, स्क्रैप, शराब, कोयला कारोबार, रेलवे का ठेका और मछली का अवैध कारोबार चलाता था.

अरबों रुपये की संपत्ति हो चुकी है जब्त

मुख्तार के नाम कई बेनामी संपत्तियां थी. आज भी मुख्तार गैंग की अवैध और बेनामी संपत्तियों की लगातार पहचान की जा रही है. जैसे-जैसे मुख्तार गैंग के सदस्य गिरफ्तार हो रहे हैं, अवैध संपत्तियों का भी खुलासा हो रहा है. 

एजेंसियों के मुताबिक माफिया डॉन मुख्तार के पास करीब 1200 करोड़ की प्रॉपर्टी है. जिसमें से 608 करोड़ की प्रॉपर्टी या तो जब्त की जा चुकी है या फिर उसे ध्वस्त किया जा चुका है. यूपी में योगी सरकार ने मुख्तार के 2100 करोड़ रुपये के अवैध बिजनेस को भी बंद करवाया. वहीं इसमें मुख्तार के गिरोह की 215 करोड़ रुपये से ज्यादा अवैध कारोबार को पुलिस ने बंद करा दिया है. आयकर विभाग ने 127 करोड़ रुपये की दो दर्जन बेनाम संपत्ति को भी चिन्हित किया है. 

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